National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

जी-20 के तहत प्रदेश भर में कार्यशालाओं का दौर

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13 फरवरी 2023,  नई दिल्ली/भोपाल । जी-20 के तहत प्रदेश भर में कार्यशालाओं का दौर – भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है जिसमें भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम् थीम के तहत ‘वन अर्थ – वन फेमिली – वन फ्यूचर’  को अपना स्लोगन बनाया है। भारत के इस जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता काल के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसमें म.प्र. भी पीछे नहीं है। प्रदेश के कई जिले एवं संभागों तथा संस्थानों में महिला सशक्तिकरण, अवसंरचना विकास फंड, एम.पी. फार्म गेट एप पर कर्यशाला आयोजित कर महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जी-20 के तहत प्रदेश में की गई गतिविधियों की एक रिपोर्ट प्रस्तुत है-

मध्यप्रदेश एआईएफ योजना में अव्वल

एमपी फार्म गेट एप तथा आईएएफ के तहत कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव कृषि श्री अशोक वर्णवाल ने एम.पी. फार्म गेट एप की महती भूमिका पर प्रकाश डाला, साथ ही गेट एप से उपज की खरीददारी करने पर बल दिया।

जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. मिश्रा ने कहा कि एआईएफ की योजना का प्रदेश की महिला उद्यमी व्यापक रूप से लाभ ले रही हैं। वर्तमान में लगभग 2753 प्रोजेक्ट महिला उद्यमियों द्वारा स्थापित किए गए हैं। मध्य प्रदेश इस योजना में अन्य राज्यों की तुलना में प्रथम स्थान पर है।

कार्यक्रम को मण्डी बोर्ड की एमडी श्रीमती जी.बी. रश्मि और उप संचालक एआईएफ सुश्री पूजा सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यशाला में कृषि अधो-संरचना मद (एआईएफ) एवं एमपी फार्म गेट एप पर कृषकों एवं महिला कृषकों की भागीदारी को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें 300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। कृषि, नाबार्ड, उद्यानिकी, एपीडा, बैंक एवं अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञों ने जानकारी दी। कार्यशाला में प्रतिभागियों के प्रश्नों का तथा उनकी शंका-समस्याओं का निराकरण किया गया। आभार प्रदर्शन मंडी बोर्ड आंचलिक कार्यालय जबलपुर के संयुक्त संचालक श्री आनंद मोहन शर्मा ने किया।

महिला किसान उत्पादक कंपनियों का प्रशिक्षण मांडू में हुआ

कृषि मंत्रालय भारत सरकार और ट्रांसफॉर्म रुरल इंडिया फाउंडेशन (टीआरआईएफ) के सहयोग से किसान उत्पादक कंपनियों के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर और सीईओ का प्रशिक्षण मांडू (म.प्र.) में किया गया। ज्ञात हो कि इस बार के जी-20 शिखर सम्मलेन का विषय वसुधैव कुटुम्बकम है और ‘कृषि व्यवसाय में महिलाओं की भागीदारी’ बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश के 8 जिलों की 22 महिला किसान उत्पादक कंपनियों की बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर और सीईओ का 2 दिवसीय प्रशिक्षण मांडू स्थित सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को बिजऩेस प्लानिंग का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में भारत सरकार कृषि मंत्रालय के संयुक्त निदेशक श्री एस.आर.इंगले, राज्य कृषि विभाग के उपसंचालक श्री ज्ञान सिंह मोहनिया, आत्मा परियोजना के श्री कैलाश मगर, म.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला परियोजना प्रबंधक श्रीमती अर्पणा पांडे उपस्थित थीं।

ग्रामीण महिलायें उद्यमिता की ओर अग्रसर 

g-20-sieatराज्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीएट) भोपाल में कृषि मंत्रालय, नई दिल्ली एवं मैनेज, हैदराबाद के समन्वय में ‘वुमन लेड एग्रीकल्चरल डेवलेपमेंट’ विषय पर म.प्र. की महिलाओं का कृषि उद्यमिता एवं एग्री स्टार्टअप में योगदान एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के संबंध में  कार्यशाला आयोजित की गई, कार्यक्रम में श्री निरूपम मेहरोत्रा, सी.जी.एम. नाबार्ड भोपाल मुख्य अतिथि एवं श्री एस.आर. इंगले, संयुक्त निदेशक विशेष अतिथि के रूप में  उपस्थित रहे। कार्यक्रम को श्री इंगले, डॉ. शहाजी फंड डिप्टी डायरेक्टर मैनेज हैदराबाद, श्री के.पी. अहरवाल संचालक सीएट, श्री तरसेम सिंह जीरा अंचल प्रमुख भोपाल सेन्ट्रल बैंक ऑफ  इंडिया ने भी सम्बोधित किया।

द्वितीय सत्र में कृषि उद्यमिता एवं कृषि स्टार्टअप के लिये पैनल चर्चा श्रीमती सुमन प्रसाद उप संचालक कृषि भोपाल, श्रीमती रश्मि वर्गीस उप संचालक कृषि संचा., श्रीमती आशालता पाठक वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संचालनालय, श्री विनय पाटीदार सलाहकार मैनेज हैदराबाद, डॉ. स्वाती शर्मा नोडल अधिकारी द्वारा की गई।

मिलेट्स उत्पादन एवं प्रसंस्करण से महिला सशक्तिकरण होगा

मिलेट्स के उत्पादन एवं प्रसंस्करण से महिला सशक्तिकरण पर दो दिवसीय कार्यशाला केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल में हुई। केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर कार्यशाला के आयोजन में सहभागी हैं। कार्यशाला में महिलाओं की सशक्त सहभागिता पर चर्चा हुई। विभिन्न मिलेट्स उत्पादन एवं प्रसंस्करण यंत्रों के साथ महिला कृषकों द्वारा विकसित और विपणन किये जा रहे उत्पादों की प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रही।

 केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान के निदेशक डॉ. सी.आर. मेहता ने बताया कि विकसित संस्करण यंत्रों एवं संस्थान के मूल्य संवर्धित उत्पादों में महिला कृषकों की मिलेट्स प्रसंस्करण में अधिक से अधिक सहभागिता बढ़ेगी। मुख्य अतिथि संचालक कृषि अभियांत्रिकी मध्यप्रदेश श्री ई. राजीव चौधरी ने शासन द्वारा कृषि एवं खाद्य प्रौद्योगिकी में मिलेट्स प्रसंस्करण के क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं एवं उनसे प्राप्त लाभों के संबंध में जानकारी दी। केन्द्रीय कृषि महिला संस्थान भुवनेश्वर की निदेशक डॉ. मृदुला देवी ने बताया कि मिलेट्स प्रौद्योगिकी पर तथा प्रधान वैज्ञानिक केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान डॉ. दीपिका मुरुगकर ने कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।

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