रबी का रकबा 641 लाख हेक्टेयर के पार
(विशेष प्रतिनिधि)
नई दिल्ली। रबी सीजन में पर्याप्त नमी उपलब्ध होने के कारण इस वर्ष देश में बुवाई निर्धारित सामान्य क्षेत्र को पार कर गई है। अब तक 641 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है जबकि गत वर्ष अब तक 590 लाख 64 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई थी। इस प्रकार अब तक 50.75 लाख हेक्टेयर में अधिक बोनी हुई है। रबी की प्रमुख फसलें गेहूं एवं चने का रकबा बढ़ा है जो बेहतर उत्पादन का संकेत है। गत वर्ष की तुलना में अब तक गेहूं 33.23 लाख हेक्टेयर तथा चना लगभग 10 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में बोया जा चुका है।
गेहूं-चने का रकबा बढ़ा
कृषि मंत्रालय के मुताबिक चालू रबी में गेहूं की बोनी ने रफ्तार पकड़ ली है। 16 जनवरी तक गत वर्ष के 296.98 लाख हेक्टेयर के रकबे को पार कर 330.20 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई है। जबकि गेहूं का सामान्य क्षेत्रफल 305.58 लाख हेक्टेयर ही है। सबसे अधिक बुवाई इस अवधि में मध्यप्रदेश में 78.07 लाख हेक्टेयर में हुई है। वैसे सरकार ने गेहूं का बुवाई लक्ष्य 317.40 लाख हेक्टेयर रखा है। मध्य प्रदेश के अलावा गेहूं का रकबा गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र में भी बढ़ा है। वहीं धान की बोनी भी बढ़ गई है। गत वर्ष की 18.11 लाख हेक्टेयर की तुलना में धान का रकबा इस वर्ष 24.41 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है जो गत वर्ष की बोनी से 3.30 लाख हेक्टेयर अधिक है।
देश में अब तक मोटे अनाजों की बुवाई भी गत वर्ष की तुलना में 6.33 लाख हेक्टेयर बढ़ गई है। गत वर्ष 46.86 लाख हेक्टेयर में मोटे अनाज की बोनी हुई थी जो अब तक 53.19 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई है।
तिलहनी फसलों में प्रमुख फसल सरसों 68.98 लाख हेक्टेयर में बोई गई, जबकि समान अवधि में गत वर्ष 69.29 लाख हेक्टेयर थी। अब तक कुल 79.25 लाख हेक्टेयर में तिलहनी फसलों की बोनी हुई है जो गत वर्ष इस अवधि में 79.17 लाख हेक्टेयर थी।
देश में चुनिंदा रबी फसलों की बुवाई (क्षेत्रफल लाख हेक्टेयर में) | ||
16 जनवरी 2020 की स्थिति | ||
फसल | 2019-20 | 2018-19 |
गेहूं | 330.2 | 296.98 |
धान | 21.41 | 18.11 |
दलहन | 157.33 | 149.53 |
चना | 105.35 | 95.44 |
मोटा अनाज | 53.19 | 46.86 |
ज्वार | 29.46 | 24.81 |
तिलहनी फसलें | 79.25 | 79.17 |
सरसों | 68.98 | 69.29 |
कुल रबी फसलें | 641.39 | 590.64 |
दलहन – दलहन बुवाई भी देश में 157.33 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि गत वर्ष इसी अवधि में केवल 149.53 लाख हेक्टेयर हो पाई थी। इसमें प्रमुख दलहनी फसल चने की बुवाई 105.35 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई जबकि गत वर्ष समान अवधि में 95.44 लाख हेक्टेयर ही रही थी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार देशभर में 105.351 लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हो चुकी है जो पिछले साल 95.44 लाख हेक्टेयर में हुई थी। देश में चने का सामान्य रकबा 93.53 लाख हेक्टेयर माना जाता है और इस समय तक सामान्यत: 94.62 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई होने का अनुमान था। देश में सबसे ज्यादा चने की बुआई फसल सीजन 2017-18 में 105.95 लाख हेक्टेयर में हुई थी। कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक चालू सीजन में चने का रकबा अब तक के बुआई के सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है।
हालांकि चना उत्पादक प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश में इस बार चने की बुआई पिछले साल के 34.32 लाख हेक्टेयर से गिरकर 27.38 लाख हेक्टेयर तक ही हो सकी है। लेकिन राजस्थान और महाराष्ट्र में रिकॉर्ड बुआई हुई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अभी तक राजस्थान में 21.38 लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हुई है जबकि पिछले साल यह 15.03 लाख हेक्टेयर था। महाराष्ट्र में अभी तक 20.38 लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हो चुकी है जबकि पिछले साल 12.70 लाख हेक्टेयर था। कर्नाटक में 12.27 लाख हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश में 5.87 लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हुई है जो पिछले साल के लगभग बराबर ही है।