राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन का नया नाम और लक्ष्य: अब पोषण पर भी फोकस
26 मार्च 2025, नई दिल्ली: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन का नया नाम और लक्ष्य: अब पोषण पर भी फोकस – केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) का नाम बदलकर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन (एनएफएसएनएम) कर दिया है। यह बदलाव साल 2024-25 के दौरान किया गया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग अब इस मिशन के जरिए देश में दाल, पोषक अनाज, चावल, गेहूं और मोटे अनाजों का उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रहा है।
लोकसभा में मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, इस मिशन के तहत किसानों को कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसमें फसल उत्पादन और सुरक्षा तकनीकों का इस्तेमाल, फसल प्रणाली पर आधारित प्रदर्शन, नए बीजों का उत्पादन और वितरण, पोषक तत्व व कीट प्रबंधन तकनीकें शामिल हैं। इसके अलावा, फसल सीजन के दौरान प्रशिक्षण के जरिए किसानों की स्किल डेवलपमेंट पर भी जोर दिया जा रहा है। यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने एक लिखित जवाब में दी।
उन्होंने बताया कि एनएफएसएनएम को राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से लागू किया जा रहा है। वहीं, सरकार ने प्रधानमंत्री-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (पीएम-आरकेवीवाई) के तहत राज्यों को अपनी जरूरतों के हिसाब से फैसले लेने की छूट भी दी है। इस योजना में राज्य सरकारें मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय मंजूरी समिति (एसएलएससी) की मंजूरी से मोटे अनाज और बाजरा (श्री अन्न) को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा सकती हैं।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब देश में खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ पोषण की कमी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। हालांकि, इस मिशन के असर को लेकर अभी ग्राउंड लेवल पर कितना बदलाव आएगा, यह देखना बाकी है। मंत्रालय ने फिलहाल इसकी प्रगति या पिछले प्रदर्शन पर कोई आंकड़ा साझा नहीं किया।
इस बदलाव से किसानों को कितना फायदा होगा और इसका असर खेती के तरीकों पर कैसे पड़ेगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो पाएगा।
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