कृषि विकास को आगे बढ़ाने नए उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ
13 जून 2025, नई दिल्ली: कृषि विकास को आगे बढ़ाने नए उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ – वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) देशों में कृषि नवाचार और सहयोग को तेज करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) और रिसर्च एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज़ (RIS) के साझे प्रयास से ICRISAT सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर साउथ-साउथ को ऑपरेशन इन एग्रीकल्चर (ISSCA) की आधिकारिक शुरुआत हुई। यह लॉन्च वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) और त्रिकोणीय सहयोग पर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली में किया गया।
इस मौके पर ICRISAT और DAKSHIN – भारत सरकार की एक पहल के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) भी साइन किया गया, जो क्षमता निर्माण और विकास के माध्यम से दक्षिण-दक्षिण साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित है।
आईएसएससीए (ISSCA) का उद्घाटन वैश्विक कृषि विकास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो ज्ञान के आदान-प्रदान, नवाचारों को बढ़ावा देने तथा समान कृषि, जलवायु और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे देशों के बीच साझेदारी बनाने के लिए एक समर्पित मंच की स्थापना करता है।
इस अवसर पर ICRISAT के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने कहा कि, ‘ग्लोबल साउथ के पास नवाचार, स्थानीय विशेषज्ञता और सिद्ध समाधानों का समृद्ध आधार है, लेकिन उनकी पूरी क्षमता को व्यापक स्तर पर उपयोग में लाने के लिए अधिक समन्वित कार्य योजना, कार्रवाई, निवेश और साझेदारी की आवश्यकता है’।
आरआईएस के महानिदेशक प्रोफ़ेसर सचिन चतुर्वेदी ने कहा, ÒDAKSHIN॥ढ्ढहृ का उद्देश्य है कि ग्लोबल साउथ के लिए स्थायी और व्यावहारिक समाधान साझा किए जाएं, ताकि वैश्विक दक्षिण के देशों की अर्थव्यवस्था और समाज में सकारात्मक बदलाव आ सके।’
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ मांगी लाल जाट ने कहा, आईसीएआर और ISSCA की साझेदारी से विकासशील देशों में विज्ञान आधारित कृषि समाधानों के आदान-प्रदान को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’
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