National News (राष्ट्रीय कृषि समाचार)

खरीफ में 150 मिलियन टन से अधिक खाद्यान्न उत्पादन होने की सम्भावना

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कृषि मंत्रालय का प्रथम खरीफ अग्रिम उत्पादन अनुमान

21 सितम्बर 2021, नई दिल्ली। खरीफ में 150 मिलियन टन से अधिक खाद्यान्न उत्पादन होने की सम्भावना – कृषि मंत्रालय द्वारा 2021-22 के लिए मुख्यह खरीफ फसलों के उत्पाकदन का प्रथम अग्रिम अनुमान जारी कर दिया गया हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि खरीफ सीजन में 150.50 मिलियन टन रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान है। उन्होंने कहा कि किसानों की अथक मेहनत, वैज्ञानिकों की कुशलता व सरकार की किसान हितैषी नीतियों से बंपर पैदावार हो रही है।

प्रथम अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2021-22 के दौरान मुख्यस खरीफ फसलों का अनुमानित उत्पादन

 खाद्यान्ना -150.50 मिलियन टन (रिकॉर्ड)

  • चावल– 107.04 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • पोषक/मोटे अनाज– 34 मिलियन टन
  • मक्काा – 21.24 मिलियन टन
  • दलहन – 9.45 मिलियन टन
  • तूर – 4.43 मिलियन टन

तिलहन – 23.39 मिलियन टन

  • मूंगफली – 8.25 मिलियन टन
  • सोयाबीन –12.72 मिलियन टन

कपास – 36.22 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि. ग्रा.)(रिकॉर्ड)
पटसन एवं मेस्टाे – 9.61 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि. ग्रा.)
गन्ना –419.25 मिलियन टन (रिकॉर्ड)

वर्ष 2021-22 के लिए प्रथम अग्रिम अनुमान (केवल खरीफ) के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्नउ उत्पानदन रिकॉर्ड 150.50 मिलियन टन अनुमानित है, जो विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्ना उत्पा5दन की तुलना में 12.71 मिलियन टन अधिक है। इसके तहत चावल का कुल उत्पाादन 107.04 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत उत्पाादन 97.83 मिलियन टन की तुलना में 9.21 मिलियन टन अधिक है।

पोषक एवं मोटे अनाजों का उत्पानदन 34 मिलियन टन अनुमानित है, जो कि 31.89 मिलियन टन औसत उत्पाादन की तुलना में 2.11 मिलियन टन अधिक है। वहीं कुल दलहन उत्पािदन 9.45 मिलियन टन अनुमानित है। यह 8.06 मिलियन टन औसत खरीफ दलहन उत्पादन की तुलना में 1.39 मिलियन टन अधिक है।

इसी प्रकार देश में कुल तिलहन उत्पाफदन 23.39 मिलियन टन होने का अनुमान है जो कि 20.42 मिलियन टन औसत तिलहन उत्पा6दन की तुलना में 2.96 मिलियन टन अधिक है।

वहीं 2021-22 के दौरान देश में गन्नेद का उत्पा3दन 419.25 मिलियन टन तथा कपास का उत्पासदन 36.22 मिलियन गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठे) एवं पटसन एवं मेस्ता. का उत्पा दन 9.61 मिलियन गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठे) होने का अनुमान लगाया गया हैं।

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