भारत-नीदरलैंड्स कृषि साझेदारी: 2025 तक 25 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना पर चर्चा
16 नवंबर 2024, नई दिल्ली: भारत-नीदरलैंड्स कृषि साझेदारी: 2025 तक 25 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना पर चर्चा – भारत और नीदरलैंड्स के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग को लेकर नई संभावनाओं पर चर्चा हुई। नीदरलैंड्स के कृषि उप-मंत्री श्री जान-कीस गोएट ने नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में भारत के कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी से मुलाकात की। बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और साझा प्राथमिकताओं को समझना था।
भारत-नीदरलैंड्स के कृषि संबंधों का महत्व
बैठक के दौरान डॉ. चतुर्वेदी ने भारत-नीदरलैंड्स के बीच दीर्घकालिक कृषि सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने भारत सरकार की नीतियों के तहत कृषि में विविधता लाने और छोटे व सीमांत किसानों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज और रोपण सामग्री की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर दिया।
डॉ. चतुर्वेदी ने कहा कि 2025 तक 25 उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करने की योजना है। इन केंद्रों के माध्यम से अब तक 25,000 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने बागवानी के एकीकृत विकास मिशन (एमआईडीएच) के तहत राज्यों को वित्तीय सहायता जारी रखने का आश्वासन दिया, जिससे उत्कृष्टता केंद्रों के नेटवर्क का विस्तार किया जा सके।
नीदरलैंड्स की प्राथमिकताएं और सहयोग की संभावनाएं
श्री जान-कीस गोएट ने नीदरलैंड्स की नई सरकारी प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने खाद्य सुरक्षा और किसानों के कल्याण को विशेष महत्व देने की बात कही। नीदरलैंड्स ने भारत में उत्कृष्टता केंद्रों को द्विपक्षीय सहयोग का एक सफल उदाहरण बताया और भविष्य में इस नेटवर्क को और विस्तार देने में रुचि जताई।
दोनों पक्षों ने कृषि क्षेत्र में नए सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। इनमें स्वच्छ पौध कार्यक्रम, बीज सुधार, कृषि स्टार्टअप्स के लिए वित्तपोषण, किसानों के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, और जलवायु चुनौतियों का समाधान जैसे विषय शामिल थे। बैठक में नीदरलैंड्स के अनुभवों का लाभ उठाने और एक सहयोगी इकोसिस्टम तैयार करने पर भी जोर दिया गया, जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के साथ नागरिक समाज की भागीदारी हो।
बैठक में कृषि मशीनीकरण, कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की क्षमता में वृद्धि और राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज) के साथ साझेदारी में व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। इसके अलावा, भारतीय कृषि श्रमिकों के लिए नीदरलैंड्स में रोजगार के अवसरों को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में भारतीय पक्ष से अपर सचिव श्री प्रमोद कुमार मेहेड़ा, सुश्री शुभा ठाकुर और आईसीएआर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। वहीं, नीदरलैंड्स की तरफ से राजदूत सुश्री मारिसा जेरार्ड्स, कृषि सलाहकार, सीडएनएल के निदेशक और एक वरिष्ठ नीति अधिकारी ने भाग लिया।
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