खुशखबरी! मछुआरों को फ्री में मिलेगा 5 लाख का बीमा, केंद्र-राज्य सरकारें उठाएंगी खर्च; जानें शर्तें और लाभ
01 अगस्त 2025, भोपाल: खुशखबरी! मछुआरों को फ्री में मिलेगा 5 लाख का बीमा, केंद्र-राज्य सरकारें उठाएंगी खर्च; जानें शर्तें और लाभ – देशभर के मछुआरों के लिए एक शानदार योजना शुरू की गई है, जिसके तहत उन्हें बिना कोई पैसा खर्च किए 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलेगा। यह सुविधा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के अंतर्गत दी जा रही है। इस योजना को “समूह दुर्घटना बीमा योजना (GAIS)” कहा जाता है, जिसे खासतौर पर मछुआरों के लिए ही लॉन्च किया गया है।
योजना की जिम्मेदारी किसके पास?
इस योजना की नोडल एजेंसी नेशनल फिशरीज डवलपमेंट बोर्ड (NFDB) है। बीमा के संचालन और दावों की निगरानी के लिए NFDB में एक अलग सेल भी बनाई गई है, जिसमें NFDB और बीमा कंपनियों के अधिकारी शामिल हैं।
मछुआरों के लिए दो बीमा प्लान
योजना को दो पॉलिसी विकल्पों में बांटा गया है:
पॉलिसी 1: इसमें 5 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाता है। इसके लिए कुल प्रीमियम 95 रुपये प्रति व्यक्ति तय है, जिसे केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर भरती हैं। मछुआरों को एक रुपया भी नहीं देना होता।
पॉलिसी 2: इसमें 2.5 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलता है। इसका प्रीमियम सिर्फ 4 रुपये प्रति व्यक्ति होता है, जिसे भी सरकारें खुद भरती हैं।
कौन उठा रहा है खर्च?
केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रीमियम का भुगतान करती हैं।
1. सामान्य राज्यों में 60:40 अनुपात में (57 और 38 रुपये)।
2. उत्तर-पूर्व और हिमालयी राज्यों में 90:10 अनुपात में (85.5 और 9.5 रुपये)।
3. केंद्र शासित प्रदेशों में पूरे 95 रुपये केंद्र सरकार देती है।
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
योजना का लाभ 18 से 70 वर्ष की उम्र के सभी मछुआरों, महिला मछुआरों, मत्स्य किसानों और मत्स्य श्रमिकों को मिलेगा। साथ ही, मछली पकड़ने और मत्स्य पालन से जुड़ी अन्य गतिविधियों में लगे लोग भी इस योजना के दायरे में आएंगे।
बीमा कब से लागू होगा?
बीमा प्रीमियम भुगतान की तारीख से ही लागू हो जाएगा। मछुआरों को कोई अलग आवेदन शुल्क या हिस्सा नहीं देना होगा। यह बीमा प्रदान करने का कार्य ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (OICL) और प्रोविडेंस इंडिया इंश्योरेंस ब्रोकिंग प्रा. लि. के माध्यम से किया जा रहा है। योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी या समस्या के लिए pmmsygais@gmail.com पर ईमेल किया जा सकता है।
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