शरदकालीन किस्मों का गन्ना, अच्छी आय प्राप्त कर सकते है किसान
21 अक्टूबर 2024, नई दिल्ली: शरदकालीन किस्मों का गन्ना, अच्छी आय प्राप्त कर सकते है किसान – गन्ना एक ऐसी फसल मानी जाती है जिससे किसान अच्छी आय प्राप्त कर सकता है वहीं शरदकालीन गन्ने की बात ही अलग होती है।
किसानों के लिए गन्ने नकदी फसल है। इसकी खेती कर किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं। भारतीय बाजार में गन्ने की कीमत काफी उच्च होती है। ऐसे में अगर किसान अपने खेत में गन्ने की उन्नत किस्मों की खेती करते हैं, तो वह कम समय में ही उच्च उपज प्राप्त कर सकते हैं। गन्ने की इन शरदकालीन किस्मों का गन्ना मोटा और मीठा होता है।
गन्ने की कोसा. 18231 किस्म
गन्ने की इस किस्म के गन्ने की खेती खासतौर पर यूपी के किसानों के लिए ही तैयार किया गया है। इस किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर 90.16 टन तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस किस्म में रोगों से लड़ने की क्षमता काफी अधिक होती है।
16202 किस्म
किसान इस किस्म की बुवाई अपने खेत में अक्टूबर – नवंबर में कर सकते हैं। यह किस्म खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के मध्य और पश्चिमी भाग में रहने वाले किसानों के लिए तैयार की गई है। किसान गन्ने की इस उन्नत किस्म से प्रति हेक्टेयर 932 क्विंटल उपज प्राप्त कर सकते हैं। गन्ने की को.लख. 16202 किस्म सूखे के प्रति सहनशील, लाल सड़न रोगज़नक़ CF08 और CF13, स्मट, विल्ट के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है।
13235 किस्म
गन्ने की इस किस्म का गन्ना सीधा, मोटा और पीला हरा सफेद की तरह दिखाई देता है। किसान इस किस्म से प्रति हेक्टेयर औसत उपज 81-92 टन तक प्राप्त कर सकते हैं। को.शा. 13235 किस्म लाल सड़न रोग के प्रति माध्यम रोधी है। इस किस्म की खासियत यह है कि इसमें कीट व रोगों का प्रकोप बहुत कम होता है।
15023 किस्म
गन्ने की इस किस्म में मिठास की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है और साथ ही इस किस्म के गन्ने से रस भी अधिक निकलता है। को. 15023 किस्म के गन्ने का इस्तेमाल सबसे अधिक कोल्हू पर गुड़ बनाने के लिए किया जाता है।
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