राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

बिहार में किसानों के लिए खुले खेतों में उगाई जाने वाली चेरी टमाटर किस्में विकसित

26 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: बिहार में किसानों के लिए खुले खेतों में उगाई जाने वाली चेरी टमाटर किस्में विकसित – सतत बागवानी को बढ़ावा देने के प्रयास में, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (BAU) ने छह वर्षों के अनुसंधान के बाद ऐसी नई चेरी टमाटर किस्में विकसित की हैं जिन्हें अब खुले खेतों में आसानी से उगाया जा सकता है। इससे पहले चेरी टमाटर की खेती के लिए पॉलीहाउस की आवश्यकता होती थी, लेकिन अब पूर्वी गंगा के मैदानों की जलवायु के अनुकूल किस्में किसानों के लिए सुलभ हो गई हैं।

“प्रयोगशाला से खेत तक” कार्यक्रम के तहत इस परियोजना का नेतृत्व वैज्ञानिक शिरीन अख्तर और तीर्थार्थ चट्टोपाध्याय ने किया, जिसमें अनुसंधान निदेशक ए.के. सिंह और कुलपति डी.आर. सिंह का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इन चेरी टमाटरों की लंबी शेल्फ लाइफ है और इन्हें कच्चे रूप में खाने के लिए उपयुक्त माना जाता है, जिससे शहरी बाजारों और निर्यात के लिए इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

विश्वविद्यालय अब इन किस्मों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लोकप्रिय बनाने पर काम कर रहा है। कुलपति ने बताया कि पहले की किस्मों को पॉलीहाउस और उच्च लागत वाले इनपुट की आवश्यकता थी, जिससे किसानों की भागीदारी सीमित थी। नई किस्में इन बाधाओं को दूर करने के लिए बेहतर आनुवंशिक विविधता और बाजार मांग के अनुरूप विकसित की गई हैं।

खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में बहु-स्थलीय परीक्षण, पोषण प्रोफाइलिंग और फसल के बाद के अध्ययन किए जा रहे हैं। इसके साथ ही BAU निजी बीज कंपनियों, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) और एग्री स्टार्टअप्स के साथ मिलकर ब्रांडिंग और विपणन कार्यों को आगे बढ़ाने की योजना बना रहा है।

अनुसंधान निदेशक ने बताया कि यह उपलब्धि विज्ञान और स्थिरता के समन्वय का उदाहरण है, जिससे किसानों को नए अवसर मिलेंगे। कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़े वैज्ञानिक शिरीन अख्तर, तीर्थार्थ चट्टोपाध्याय और राजेश कुमार ने कहा कि ये नई किस्में भूमि उपयोग दक्षता बढ़ाने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने में सहायक होंगी।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements