राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

सितंबर में पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना

1 सितम्बर 2021, नई दिल्ली ।  सितंबर में पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना – सितंबर 2021 में पूरे देश में मासिक वर्षा सामान्य से अधिक दीर्घावधि औसत (एलपीए ) से  110 % होने की संभावना है। उक्त जानकारी भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ एम महापत्रा ने आज एक आभासी प्रेस वार्ता में दी।

डॉ महापात्रा ने कहा कि नवीनतम वैश्विक मॉडल पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि भू मध्य रेखीय प्रशांत महासागर पर प्रचलित ठंडी एनसो की तटस्थ स्थितियां जारी रहेंगी , वहीं सितंबर के दौरान हिन्द महासागर पर नकारात्मक आईओडी की स्थितियां रहेंगी , जबकि मध्य और पूर्वी भू मध्य रेखीय प्रशांत महासागर में समुद्र सतह तापमान ठंडा होने की प्रवृत्ति दिखा रहा है और मानसून ऋतु के अंत में या उसके बाद ला नीना की स्थिति फिर से उभरने की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर पर समुद्र सतह तापमान की स्थिति भारतीय मानसून को प्रभावित करने के लिए जानी जाती है।

सितंबर 2021 में पूरे देश में औसत वर्षा  सामान्य से अधिक (दीर्घावधि औसत ) का 110 % होने की संभावना है।चालू माह  सितंबर में अपेक्षित सामान्य से अधिक वर्षा की गतिविधि को देखते हुए जून से अगस्त के दौरान ऋतु वर्षा में 9 % की वर्तमान कमी कम होने की संभावना है और 1  जून से 30  सितंबर 2021  के दौरान संचित ऋतु निष्ठ वर्षा सामान्य के निचले छोर के आसपास होने की संभावना है। पूर्वानुमानों से पता चलता है कि मध्य भारत के कई क्षेत्रों में सामान्य से अधिक से लेकर सामान्य वर्षा होने की संभावना  है। उत्तर -पश्चिम और उत्तर -पूर्व तथा प्रायदीप भारत के अधिकांश दक्षिणी हिस्सों में सामान्य और सामान्य से नीचे वर्षा होने की संभावना है।  सितंबर की वर्षा को टर्सिल श्रेणियों सामान्य से अधिक ,सामान्य और सामान्य से नीचे लिए संभावना  पूर्वानुमानों को स्थानिक  वितरण चित्र 1  में दिखाया गया है।

उल्लेखनीय है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी ) ने मौजूदा दो चरण पूर्वानुमान रणनीति को संशोधित करके देश भर में दक्षिण -पश्चिन मानसून वर्षा के लिए मासिक और ऋतु निष्ठ संक्रियात्मक पूर्वानुमान जारी करने के लिए एक नई रणनीति लागू की है। यह नई रणनीति इन मौजूदा सांख्यिकीय पूर्वानुमान प्रणाली और नव विकसित मल्टी मॉडल एन्सेंबल (एमएमई )आधारित पूर्वानुमान प्रणाली पर आधारित है। एमएमई दृष्टिकोण आईएमडी के मानसून मिशन (सीएफएस ),एमएमसीएफएस मॉडल सहित विभिन्न वैश्विक जलवायु प्रागुक्ति और अनुसन्धान केंद्रों से युग्मित वैश्विक जलवायु मॉडल (सीजीसीएमएस ) का उपयोग करता है। इसी आधार पर आईएमडी ने 16 अप्रैल 2021  को दक्षिण -पश्चिम मानसून ऋतु निष्ठ (जून से सितंबर ) वर्षा के लिए पहले चरण का , फिर अपडेट के साथ 1 जून और फिर जुलाई और अगस्त वर्षा वितरण के लिए पूर्वानुमान 1 जुलाई और 2 अगस्त  2021  को जारी किया गया था।

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