पहलगाम आतंकी हमले के बाद BSF का किसानों को आदेश
01 मई 2025, नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद BSF का किसानों को आदेश – 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हमले में 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए। यह हमला बाइसारन घाटी में हुआ, जो एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
BSF का 48 घंटे का अल्टीमेटम
हमले के बाद, सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर रहने वाले किसानों को तत्काल निर्देश जारी किया। BSF ने पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में किसानों को 48 घंटे के भीतर अपनी फसल काटने और खेत खाली करने का आदेश दिया है। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, क्योंकि बढ़ते तनाव के चलते सीमा पर दरवाजे बंद हो सकते हैं।
अमृतसर जिले के एक सीमावर्ती गांव में किसानों ने अपनी पकी फसल को जल्दी से काटना शुरू कर दिया है। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, एक किसान ने बताया कि स्थानीय गुरुद्वारे से घोषणा की गई थी कि सभी किसानों को अगले दो-तीन दिनों में अपनी फसल काट लेनी चाहिए और अपने पशुओं के लिए ‘तुड़ी’ (चारा) की व्यवस्था कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारी जमीन बाड़ के पार है। हमें दो-तीन दिनों में अपनी फसल काटने के लिए कहा गया है क्योंकि दरवाजे बंद हो सकते हैं। सीमा बल हमारे साथ बहुत सहयोगी है।”
सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लिया है। 23 अप्रैल, 2025 को सुरक्षा मंत्रिमंडल समिति (CCS) की बैठक हुई, जिसमें हमले की कड़ी निंदा की गई।
सरकार ने पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। भारत ने 1960 के इंडस वाटर्स ट्रीटी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, अटारी चेक पोस्ट बंद करने, वीजा प्रतिबंध लगाने, और दोनों देशों में राजनयिक मिशनों की संख्या घटाने जैसे कदम उठाए गए हैं। ये कदम पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश देने के लिए हैं।
विपक्ष का समर्थन
विपक्षी दलों ने इस मामले में सरकार के साथ एकजुटता दिखाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमले के जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए और सरकार को मजबूती से कार्रवाई करनी चाहिए। जम्मू और कश्मीर विधानसभा ने भी 28 अप्रैल, 2025 को एक प्रस्ताव पारित कर इस हमले की निंदा की और पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
सीमा पर तनाव
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है, जिसे भारत ने खारिज किया है। सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आई हैं।
पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में किसानों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। उनकी जमीनें सीमा के पार बाड़ के दूसरी ओर हैं, और उन्हें हर बार BSF की अनुमति लेकर खेतों तक जाना पड़ता है। अब, 48 घंटे की समय सीमा के कारण, किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए दिन-रात काम करना पड़ रहा है। यह स्थिति न केवल उनकी आजीविका को प्रभावित कर रही है, बल्कि क्षेत्र में अनिश्चितता भी पैदा कर रही है।
पहलगाम आतंकी हमला एक दुखद घटना है जिसने न केवल जम्मू और कश्मीर, बल्कि पूरे भारत को प्रभावित किया है। BSF का किसानों को 48 घंटे का अल्टीमेटम और सरकार के सख्त कदम इस बात का संकेत हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है। हालांकि, सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले किसानों के लिए यह समय अनिश्चितता और चुनौतियों से भरा है। स्थिति अभी भी विकसित हो रही है, और आने वाले दिनों में और अपडेट सामने आ सकते हैं।
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