राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषि मंत्री ने देखी प्राकृतिक तरीके से की जा रही खेती, फसलों के बारे में भी जाना

25 फ़रवरी 2025, नई दिल्ली: कृषि मंत्री ने देखी प्राकृतिक तरीके से की जा रही खेती, फसलों के बारे में भी जाना – देश के केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्राकृतिक तरीके से की जा रही खेती की जहां जानकारी प्राप्त की है वहीं उन्होंने फसलों के बारे में भी विस्तार से जाना। दरअसल श्री चौहान बीते दिन कुरुक्षेत्र में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के साथ पहुंचे थे और उन्होंने यहां प्राकृतिक तरीके से होने वाली खेती के बारे में जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने आचार्य देवव्रत को ऋषि बताते हुए कहा कि उन्होंने प्राकृतिक खेती के प्रचार प्रसार का जो काम किया है, वह अपने आप में अद्भुत है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस अवसर पर चना, गेहूं, गन्ना, सरसों, अमरूद, सेब, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, प्याज, लहसुन आदि उपज को खेतों में देखा और उनके बारे में राज्यपाल और अन्य विशेषज्ञों से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान आसपास के किसान, केंद्र और राज्य के कृषि व बागवानी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि ये सही समय है कि हम धीरे-धीरे प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ें। उन्होंने देश के किसानों से कहा की यह धारणा गलत है कि प्राकृतिक खेती से उत्पादन घटता है। उन्होंने कहा कि किसानों को ट्रैनिंग देकर अगर सही तरीके से प्राकृतिक खेती की जाए तो उत्पादन भी बढ़ेगा, गुणवत्ता तो बढ़ेगी ही और धरती भी बचेगी और हम स्वस्थ भी रह सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में इंटरक्रॉपिंग के कारण एक नहीं, एक साथ गन्ना, सरसों, चना आदि अलग-अलग फसलें ली जा सकती हैं।

Advertisement
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement