किसानों की शिकायतों के समाधान के लिए बनेगा समर्पित पोर्टल: शिवराज सिंह चौहान
02 सितम्बर 2025, नई दिल्ली: किसानों की शिकायतों के समाधान के लिए बनेगा समर्पित पोर्टल: शिवराज सिंह चौहान – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक कर किसानों की शिकायतों के समाधान की समीक्षा की। इस बैठक में उन्होंने कॉल सेंटर और अलग-अलग पोर्टल्स के माध्यम से किसानों से मिलने वाली शिकायतों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। मंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि किसानों की सुविधा के लिए अब अलग-अलग पोर्टल्स की जगह एक समर्पित एकल पोर्टल बनाया जाए, जहाँ किसान अपनी शिकायतें, सुझाव और सहायता से जुड़ी सारी बातें एक ही जगह दर्ज करा सकें।
उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का समय पर और उचित समाधान बेहद ज़रूरी है। श्री चौहान ने अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं भी नियमित रूप से इन शिकायतों की समीक्षा करेंगे ताकि किसानों को त्वरित राहत मिल सके।
किसानों की शिकायतों के समाधान में लापरवाही नहीं चलेगी
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों से मिलने वाली शिकायतों और हेल्पलाइन नंबर पर आ रही कॉल्स को पूरी गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं के समाधान में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और सभी अधिकारी पूरी पारदर्शिता, विश्वसनीयता और संवेदनशीलता के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रभावी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे किसानों की शिकायतों का रीयल टाइम में समाधान हो सके। हमारा लक्ष्य यही होना चाहिए कि किसान खुशहाल हों और खेती समृद्ध हो।
नकली खाद-बीज और कीटनाशकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों से किसानों की ओर से आने वाली प्रमुख शिकायतों की जानकारी ली। इनमें से कई शिकायतें नकली या घटिया खाद-बीज और कीटनाशकों से जुड़ी थीं। मंत्री चौहान ने इन समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राज्यों में प्रवास के दौरान भी उन्हें ऐसी शिकायतें मिली हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि किसानों को लूटने से बचाना होगा, और इसके लिए अमानक उत्पादों की बिक्री पर सख्त रोक लगाई जानी चाहिए। केंद्र सरकार के अधिकारी राज्य सरकारों के साथ मिलकर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
बायोस्टिमुलेंट की अवैध बिक्री पर जताई नाराज़गी
शिवराज सिंह चौहान ने अवैध बायोस्टिमुलेंट (जैव उत्तेजक) की बिक्री पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि केवल नोटिफाइड बायोस्टिमुलेंट ही बिकने चाहिए। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर कड़े कदम उठाने होंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि अभी तक 146 बायोस्टिमुलेंट नोटिफाइड किए जा चुके हैं और इनके अलावा किसी भी अनुमति रहित उत्पाद की बिक्री नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को प्रमाणित उत्पादों की जानकारी सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से दी जाए, ताकि वे सही निर्णय ले सकें।
पीएम किसान और फसल बीमा योजना से जुड़ी शिकायतों पर दें विशेष ध्यान
बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर आने वाली शिकायतों की भी समीक्षा की गई। श्री चौहान ने निर्देश दिया कि इन दोनों महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़ी हर शिकायत का समय पर समाधान हो और किसानों से संपर्क कर उनका फीडबैक भी लिया जाए।
उन्होंने कहा कि किसानों की संतुष्टि ही हमारी प्राथमिकता है और इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। बैठक के अंत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वदेशी अपनाओ” के आह्वान पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और विभाग के अधिकारियों ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प लिया। कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी समेत सभी अधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि वे अपने जीवन में यथासंभव स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग करेंगे।
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