28 अप्रैल2023, नई दिल्ली:आज का सोयाबीन मंडी रेट (28 अप्रैल 2023 के अनुसार); कालापीपल मंडी में रहा 5395 अधिकतम रेट – नीचे दी गई तालिका में पूरे भारत में सोयाबीन की मंडी दरें हैं। इसमें सोयाबीन की न्यूनतम, अधिकतम और मोडल दर का उल्लेख है |
मध्य भारत में सबसे ज्यादा रेट मध्य प्रदेश की कालापीपल मंडी में था। अधिकतम रेट 5395/- रु./क्विं. था और मंडी में कुल 70 टन आवक थी। नीचे भारत की मंडियों की पूरी सूची और उसके साथ दरें दी गई हैं।
देश की प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के मंडी रेट और आवक (28 अप्रैल 2023 के अनुसार)
गुजरातमंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
दाहोद
22.5
5100
5200
5150
धोराजी
1.2
4430
4780
4605
विसवादर
4.1
4400
4830
4615
कर्नाटकमंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
बीदर
20
4800
5060
4950
गदग
NR
2889
3689
3422
गुलबर्गा
1
4000
4800
4550
हुबली (अमरगोल)
2
2510
4899
4588
मध्यप्रदेश मंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
बदनावर
285
2800
5380
5250
झाबुआ
17.2
5000
5100
5050
कालापीपल
70
5090
5395
5145
खरगोन
30
4700
5074
4951
खातेगांव
74.5
2799
5235
5000
मन्दसौर
384
4850
5321
5100
महू
123.5
4671
5374
5290
सनावद
5.8
4305
4901
4695
महाराष्ट्रमंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
अंबद (वादिगोदरी)
2
4400
4825
4600
मुखेड़
NR
5200
5200
5200
नागपुर
3
4500
4780
4710
पैठण
1
4575
4575
4575
सेनगांव
7
4000
5000
4500
सोनपेठ
9
4850
5000
4950
उमरखेड
4
5000
5200
5100
मणिपुरमंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
बिशनपुर
0.3
9400
10000
9700
इंफाल
5.4
9000
10000
9500
लमलोंग बाजार
0.3
8000
9000
8500
थौबल
0.4
8500
9000
8750
राजस्थानमंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
कोटा
276
4251
5265
5000
तेलंगानामंडी
आवक (टनमें)
न्यूनतमरेट (रु./क्विं.)
अधिकतमरेट (रु./क्विं.)
मोडल रेट (रु./क्विं.)
बिचकुंडा
0.01
4300
4300
4300
आज का सोयाबीन मंडी रेट (28 अप्रैल 2023 के अनुसार); कालापीपल मंडी में रहा 5395 अधिकतम रेट
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम )