खेती को लाभ का धंधा बनाने किसान फसल चक्र में परिवर्तन करें : श्री बिसेन
बालाघाट। मध्यप्रदेश की सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसानों को बहुत सी सहूलियत दे रही है। किसानों के कल्याण के लिए योजनायें बनाई जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने ङ्क्षसचाई के साधनों का विकास कर पानी की उपलब्धता बढ़ा दी है।
किसानों को फसल का उत्पादन बढ़ाकर अपनी आय बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती के साथ आधुनिक खेती को अपनाना होगा और फसल चक्र में परिवर्तन करना होगा। यह बातें मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने गत दिनों खैरलांजी में किसान ज्ञान केन्द्र के लोकार्पण अवसर पर आयोजित किसान संगोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए कही।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत विकासखंड मुख्यालय खैरलांजी में 35 लाख रुपये की लागत से किसान ज्ञान केन्द्र का भवन बनाया गया है। इस भवन के लोकार्पण पर आयोजित किसान संगोष्ठी में सांसद श्री बोधङ्क्षसह भगत, विधायक श्री के.डी. देशमुख, डॉ. योगेन्द्र निर्मल, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती मधु शुक्ला, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री राकेश बनोटे, जनपद पंचायत के सदस्य, उप संचालक कृषि श्री राजेश त्रिपाठी, कृषि विज्ञान केन्द्र बड़गांव के वैज्ञानिक, कृषि महाविद्यालय मुरझड़ के प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान उपस्थित थे।