पीआई ने लांच किया वाइब्रेंट
इन्दौर। कृषि रसायन के क्षेत्र में भारत की सिरमौर कं. पीआई इंडस्ट्रीज ने गत दिनों म.प्र, छ.ग. व गुजरात के चैनल पार्टनर्स के बीच धान के लिये नये कीटनाशक ‘वायब्रेंट एवं ‘बायोविटा एक्स के नये पैक को कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री मयंक सिंघल के मुख्य आतिथ्य में लांच किया। इस अवसर पर नेशनल हेड श्री जी.के. वेणुगोपाल, वरिष्ठ महाप्रबंधक श्री दिनकर जोशी, सीनियर जोनल मैनेजर श्री पुर्णेश माथुर, प्रोडक्ट मैनेजर अनुपम सत्पती के साथ लगभग 150 चैनल पार्टनर्स उपस्थित थे। श्री सिंघल ने अपने सम्बोधन में कहा कि पीआई इंडस्ट्रीज अपने वेगफ्रु ब्रांड के द्वारा पांच दशकों से अधिक समय से भारतीय किसानों के साथ काम कर रही है। भारत में ‘वाइब्रेंट उत्पाद को जापानी कंपनी के सहयोग से आठ वर्षों के अथक अनुसंधान व ट्रायल्स के बाद भारत के धान उत्पादक कृषकों को उपलब्ध कराया गया है। श्री दिनकर ने उत्पाद के बारे में बताया कि वाईब्रेंट ड्युअल एक्शन करता है और राईस स्टेम बोरर एवं लीफ फोल्डर दोनों को नियंत्रित करता है। 5 किलो प्रति एकड़ की मात्रा से धान उत्पादकों को दोहरा नियंत्रण मिलता है। श्री वेणुगोपाल ने बताया कि पीआई के कई उत्पाद जैसे बायोवीटा, रॉकेट, करीना, नॉमिनी गोल्ड, ओशीन आदि ने किसानों के बीच कंपनी का मजबूत विश्वास एवं संबंध है। इसी तरह वाइब्रेंट को भी बाजार में अच्छा प्रतिसाद मिला है।
श्री माथुर ने विभिन्न उत्पादों की जानकारी देते हुए बताया कि ‘बायोविटा एक्स के प्रयोग से फसलों को पूर्ण विश्वास एवं वृद्धि के लिए विभिन्न प्रकार के 61 तत्वों का फायदा मिलता है, जिससे कई प्रकार के इन्जाइम्स, अमीनो एसिड, प्रोटीन, मिनेरल्स, सूक्ष्म तत्वों आदि की कमी को पूरा किया जा सकता है।
कार्यक्रम में वितरकों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पुरस्कार व ट्रॉफी भी प्रदान की गई। कार्यक्रम में म.प्र., राजस्थान व गुजरात के क्षेत्रीय प्रबंधक व विक्रय अधिकारी भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में क्षेत्रीय प्रबंधक श्री सी.एस. नाहर, श्री अमित राठी, श्री सिंह आदि का योगदान रहा।
कृषकों को चाहिए बहुआयाम उत्पाद : श्री सिंघल
इस अवसर पर श्री मयंक सिंघल ने पत्रकारों को बताया कि पीआई इंडस्ट्रीज ने पिछले कई वर्षों में नई तकनीक के कीटनाशक जैसे- नॉमिनी गोल्ड, ओशीन, करीना, वायब्रेंट आदि भारत में पहली बार किसानों को उपलब्ध कराये हैं जिससे कृषकों की उत्पादकता व आय बढ़ी है। आगे भी 8-10 उत्पादों को हम भारत में लायेंगे। आज कृषकों की खेती के तौर-तरीकों में बदलाव आया है, कृषकों को उत्पादन के साथ गुणवत्तायुक्त उत्पाद पर्यावरण हितैषी कृषि उत्पादों के माध्यम से करना आवश्यक हो गया है। अनुसंधान करने वाली विश्व की श्रेष्ठ कंपनी के माध्यम से हम बढ़ती जनसंख्या के लिये अधिक उत्पादकता लाने वाले उत्पादों को कृषकों तक पहुंचाने के लिए तत्पर हैं। पीआई इण्डस्ट्रीज कृषकों के उत्थान के लिये मैनेज संस्थान, हैदराबाद के सहयोग से 2 माह का कृषि शिक्षा का कोर्स कर्नाटक में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है। आगे इस कार्यक्रम को अन्य राज्यों में शुरू किया जायेगा। कृषि विस्तार के क्षेत्र में छ: राज्यों में पीपीपी मोड के माध्यम से कृषि विश्व विद्यालयों के सहयोग से ज्यादा से ज्यादा कृषकों तक पहुंचने का प्रयास है।