जैन इरीगेशन और शेरे कश्मीर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा स्मार्ट कृषि समाधान के लिए एमओयू
उन्नत तकनीकी समाधान से किसानों की बढ़ेगी पैदावार
19 सितम्बर 2024, जलगांव: जैन इरीगेशन और शेरे कश्मीर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा स्मार्ट कृषि समाधान के लिए एमओयू – जम्मू-कश्मीर में कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में जैन इरीगेशन सिस्टम्स लि. और शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी कश्मीर) ने एक सम्झौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता एसकेयूएएसटी कश्मीर के कुलपति प्रोफेसर नजीर अहमद गनई और जैन इरिगेशन सिस्टम्स लि. के संयुक्त प्रबंध निदेशक श्री अजीत जैन द्वारा जैन हिल्स, जलगांव में किया गया।
इस साझेदारी का उद्देश्य क्षेत्र के किसानों के लिए अत्याधुनिक सिंचाई तकनीक और टिकाऊ खेती के तरीके पेश करना है जो इस क्षेत्र की अनूठी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किए गए हैं। इसमें जल प्रबंधन को बेहतर बनाना, स्वच्छ पौध सामग्री का विकास, फसल उत्पादन में सुधार, जलवायु अनुकूल तकनीकों और सटीक खेती के तरीकों को बढ़ावा देना शामिल है, ताकि दौर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
श्री अजीत जैन ने इस समझौते को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, ‘हमें जम्मू और कश्मीर के किसानों के लिए अत्याधुनिक सिंचाई, स्वच्छ रोपण सामग्री और सटीक खेती के समाधान लाने में एसकेयूएएसटी कश्मीर के साथ सहयोग करने पर गर्व है। साथ मिलकर, हम जलवायु स्मार्ट और सटीक खेती की तकनीकें पेश करने के लिए काम करेंगे जो न केवल संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करेंगी बल्कि क्षेत्र में टिकाऊ कृषि विकास को भी बढ़ावा देंगी।’
समझौते पर बात करते हुए, कुलपति प्रोफेसर नजीर अहमद गनई ने कहा, ‘यह सहयोग जम्मू और कश्मीर के कृषक समुदाय के उत्थान के लिए हमारे चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मौल का पत्थर है। स्मार्ट प्रौद्योगिकियों और नवीन प्रथाओं को अपनाकर, हमारा लक्ष्य किसानों को उत्पादकता बढ़ाने, जल संरक्षण और क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपकरणों से सशक्त बनाना है।’
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