कम्पनी समाचार (Industry News)

धानुका एग्रिटेक ने बायर के प्रमुख फंगीसाइड्स को ₹165 करोड़ में खरीदा, वैश्विक विस्तार की ओर बढ़ा कदम

22 जनवरी 2025, नई दिल्ली: धानुका एग्रिटेक ने बायर के प्रमुख फंगीसाइड्स को ₹165 करोड़ में खरीदा, वैश्विक विस्तार की ओर बढ़ा कदम –  धानुका एग्रिटेक लिमिटेड ने ₹165 करोड़ के रणनीतिक अधिग्रहण को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसके तहत कंपनी ने बायर एजी से दो प्रमुख फंगीसाइड्स- इप्रोवालिकार्ब और ट्रायडिमेनॉल के अंतरराष्ट्रीय अधिकार हासिल किए हैं। यह अधिग्रहण धानुका के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो इसे लैटिन अमेरिका (LATAM), यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका (EMEA), एशिया और भारत समेत 20 से अधिक देशों में प्रवेश का अवसर प्रदान करता है।

बायर एजी द्वारा विकसित इन फंगीसाइड्स को उनकी प्रभावशीलता और विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। यह सौदा धानुका के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत करता है, जिससे कंपनी किसानों और डिस्ट्रीब्यूटर्स को उन्नत समाधान प्रदान कर सकेगी।

इप्रोवालिकार्ब: यह एक विशेष फंगीसाइड है जो बागवानी फसलों में ओओमाइसीट्स रोगों से निपटने के लिए बनाया गया है। इसे मेलोडी डुओ, मेलोडी कॉम्पैक्ट और मेलोडिका जैसे ब्रांड नामों से बाजार में बेचा जाता है।

ट्रायडिमेनॉल: यह डीएमआई ट्रायज़ोल फंगीसाइड परिवार का हिस्सा है और इसे बीज उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह मुख्य रूप से अनाज, कपास और कॉफी में उपयोगी है। इसे एसबीआई क्लास 1 श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है, जो इसकी उच्च प्रभावशीलता को दर्शाता है।

यह अधिग्रहण धानुका को एग्रोकेमिकल बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करेगा। इप्रोवालिकार्ब वर्तमान में 50% बाजार हिस्सेदारी रखता है और इसमें बहुत कम जेनेरिक प्रतिस्पर्धा है, जबकि ब्राजील जैसे उच्च बाधा बाजार में ट्रायडिमेनॉल की 20-25% बाजार हिस्सेदारी है। कंपनी इन उत्पादों की घटती बिक्री को पुनर्जीवित करने के लिए बायर के मौजूदा ग्राहक आधार और अपने मजबूत विपणन व वितरण नेटवर्क का लाभ उठाने की योजना बना रही है।

धानुका इप्रोवालिकार्ब के निर्माण को अगले दो से तीन वर्षों में गुजरात के दहेज संयंत्र में स्थानांतरित करने की योजना बना रहा है। यह कदम लागत दक्षता बढ़ाने और वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।

धानुका एग्रिटेक लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक, श्री हर्ष धानुका ने कहा, “यह अधिग्रहण धानुका के लिए एक निर्णायक मोड़ है क्योंकि हम बायर एजी के विश्वसनीय ब्रांड्स के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश कर रहे हैं। 2023 में, इन उत्पादों ने ₹220 करोड़ का राजस्व उत्पन्न किया। हमारा लक्ष्य एकीकरण के बाद 12-15% EBITDA मार्जिन हासिल करना है। वित्त वर्ष 2026 तक, भारत में राजस्व उत्पन्न करने की शुरुआत Q1 में होगी और वैश्विक संचालन Q4 तक बढ़ेगा।”

आगे बढ़ते हुए, धानुका एक वैश्विक B2B मॉडल अपनाने की योजना बना रहा है, जहां अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ सहयोग किया जाएगा। साथ ही, कंपनी भारत में अपने व्यापक नेटवर्क का उपयोग करेगी। यह अधिग्रहण ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ भी मेल खाता है, जो भारत को एग्रोकेमिकल उत्पादन और निर्यात का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम है।

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