भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पुरस्कासर 2019 (ICAR Award 2019)
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा निम्नलिखित भाकृअनुप पुरस्कारों की घोषणा की जाती है:
1. सरदार पटेल उत्कृष्ट भाकृअनुप संस्थान पुरस्कार 2019
भाकृअनुप संस्थानों, भाकृअनुप के मानद विश्वविद्यालयों, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों तथा राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता प्रदान करने हेतु रू. 10.00 लाख प्रत्येक के तीन पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र तथा एक बैज (प्लैक) दिया जाएगा। इनमें से दो पुरस्कार भाकृअप के दो संस्थानों/एनआरसी/परियोजना निदेशालयों/राष्ट्रीय ब्यूरो (एक बड़े और एक छोटे संस्थान, प्रत्येक को एक) तथा एक पुरस्कार राज्य कृषि विश्वविद्यालय/मानद विश्वविद्यालय/केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों को दिया जाएगा। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए।
2. चौ. देवी लाल उत्कृष्ट अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना पुरस्कार, 2019
एआईसीआरपी तथा इसके सहयोगी केंद्रों के उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन को मान्यता देने और संपर्क एवं अनुसंधान परिणामों तथा इसके प्रभाव की दृष्टि से उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहन देने हेतु चयनित एआईसीआरपी को रू. 3.00 लाख का एक वार्षिक पुरस्कार नकद (मुख्य सहयोगी इकाई के लिए रू. 2.00 लाख और उत्कृष्ट समन्वयक इकाई के लिए रू. 1.00 लाख), एक प्रशस्ति पत्र तथा एक बैज (प्लैक) दिया जाना हैं। इस पुरस्कार के लिए ऐसी सभी एआईसीआरपी द्वारा आवेदन किया जाना चाहिए, जो कम से कम 10 वर्षों से कार्यरत हैं। अग्रेषित करने वाले प्राधिकारी, एआईसीआरपी और सर्वोत्तम समन्वय केंद्र द्वारा प्राप्त की गई सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपलब्धियों के संबध में स्पष्ट सिफारिश दे सकते हैं।
3) पंडित दीन दयाल उपाध्याय कृषि विज्ञान प्रोत्साहन पुरस्कार (राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय) 2019
यह पुरस्कार कृषि में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के लिए क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए दिया जाता है। सभी केवीके, अग्रेषित करने वाले सक्षम प्राधिकारी द्वारा अधिप्रमाणित और उपयुक्त रूप से अग्रसारित निर्धारित प्रारूप में इन पुरस्कारों के लिए आवेदन प्रस्तुत करने के पात्र हैं। फिर से पुरस्कार प्राप्त करने का अवरोधन-काल (कूलिंग ऑफ पीरियड) 5 वर्ष है (पुरस्कार विजेता कवीके अगले 5 वर्षों के लिए पुरस्कार हेतु आवेदन करने के पात्र नहीं हैं) राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए प्रमाणपत्र और प्रशस्तिपत्र के साथ रू. 25.0 लाख (रू.20.00 लाख बुनियादी ढांचे के विकास के लिए + रू. 2.0 लाख, कर्मचारियों के बीच बांटे जाने के लिए + रु. 3.0 लाख केवीके कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए) का एक पुरस्कार है। क्षेत्रीय स्तर पर कुल ग्यारह पुरस्कार हैंकेवीके के प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक पुरस्कार है। प्रत्येक पुरस्कार में प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति पत्र के अतिरिक्त रु. 7.50 लाख (रु. 4.50 लाख बुनियादी ढांचे के विकास के लिए + रु. 1.00 लाख कर्मचारियों के बीच बांटने के लिए + रु. 2.00 लाख केवीके कर्मचारियों के क्षमता विकास के लिए है। भाकृअप संस्थानों के निदेशक/संयुक्त निदेशक/कृषि विश्वविद्यालयों के विस्तार के कुलपति/निदेशक/एटीएआरआई के निदेशक अपने संचालन के संबंधित क्षेत्रों में आवेदनों को अग्रसारित कर सकते हैं। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए जो संबंधित केवीके द्वारा दिए गए विशिष्ट एवं सर्वाधिक उल्लेखनीय योगदान पर अपनी स्पष्ट सिफारिश दे सकते हैं।
4. अटल बिहारी वाजपेयी भाकृअप चुनौती पुरस्कार 2019
किसी तात्कालिक या दीर्घकालिक समस्या, या कृषि क्षेत्र की सीमा, जो कृषि विकास और/या किसी प्रमुख कृषि, बागवानी या पशु/मत्स्य उत्पाद की उत्पादकता को बढ़ाने के रास्ते में आती है, का समाधान खोजने के लिए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने एक चुनौती पुरस्कार का शुभारम्भ किया है। इस पुरस्कार में रु. 10.00 लाख का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति-पत्र, इसके अतिरिक्त भाकृअप के नियमों एवं मानदंडों के अनुसार दी गई किसी चुनौती का समाधान करते समय वैज्ञानिक द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी/उत्पाद/प्रक्रिया के वाणिज्यिकीकरण से भाकृअप को हुई आय में हिस्सेदारी सम्मिलित है। ‘’चुनौतियों’’ की सूची भाकृअप के पुरस्कार प्रकोष्ठ से प्राप्त की जा सकती है या भाकृअप की वेबसाईट से डाउनलोड की जा सकती है। कोई भी वैज्ञानिक या वैज्ञानिकों का समूह, किसी भी समय, सूचिबद्ध किसी भी ‘’चुनौती’’ के समाधान का दावा दर्ज कर सकता है। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए जो संबंधित वैज्ञानिकों द्वारा चुनौति/चुनौतियों के समाधान की दिशा में किए गए दावों के बारे में अपनी स्पष्ट सिफारिश दे सकते हैं।
5) कृषि विज्ञानों में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए रफी अहमद किदवई पुरस्कार, 2019
कृषि और संबद्ध विज्ञानों में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए सम्मान प्रदान करने तथा कृषि अनुसंधान में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए यह पुरस्कार कृषि वैज्ञानिकों को विनिर्दिष्ट क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार योजना के तहत वार्षिक आधार पर कुल चार पुरस्कार, प्रत्येक की व्यापक विभाग श्रेणियों नामत: फसल एवं बागवानी विज्ञान, पशु एवं मात्स्यिकी विज्ञान, एनआरएम एवं कृषि अभियांत्रिकी और सामाजिक विज्ञान में प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक पुरस्कार के लिए रू. 5.00 लाख नकद तथा उसके साथ एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इन पुरस्कारों के लिए कृषि अनुसंधान में लगे सभी भारतीय वैज्ञानिक और भारतीय कृषि से संबंधित क्षेत्रों में विदेश में कार्य करने वाले सभी भारतीय वैज्ञानिक पात्र हैं। आवेदन और नामांकन दोनों स्वीकृत किए जाएंगे। पुरस्कार के लिए नामांकन अनिवार्यत: विज्ञान अकादमियों के अध्यक्षों, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों अथवा विभिन्न कृषि अनुसंधान संस्थानों के निदेशकों द्वारा किए जाने चाहिए। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित/नामित किए जाने चाहिए जो स्पष्ट सिफारिश के साथ संबंधित वैज्ञानिक द्वारा दिए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान पर अपनी स्पष्ट टिप्पणी दे सकते हैं।
6) कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में स्नातकोत्तर उत्कृष्ट डॉक्टोरल थीसिस (शोध प्रबंध) अनुसंधान के लिए जवाहरलाल नेहरू पुरस्कार 2019
कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों के प्राथमिकता/ अग्रणी क्षेत्रों में उच्च गुणवत्तायुक्त डाक्टोरल थीसिस अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप ने रू. 50 हजार के 18 नकद पुरस्कारों को आरंभ किया है जिनके साथ प्रशस्ति पत्र और रजत पदक (गोल्ड पॉलिश) दिया जाएगा। यह पुरस्कार कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में उत्कृष्ट मूल अनुसंधान के लिए वार्षिक रूप से दिया जाना है। यह पुरस्कार भारतीय विश्वविद्यालयों से कृषि विज्ञानों से संबंधित डाक्टोरल थीसिस के लिए अनन्य रूप से आरंभ किया गया है। इस पुरस्कार के लिए पीएचडी डिग्री/ अनंतिम डिग्री पुरस्कार दिए जाने वाले वर्ष से पिछले वर्ष अर्थात वर्ष 2017 के अंदर जारी की गई हो। इस पुरस्कार के लिए एक थीसिस पर केवल एक ही बार विचार किया जाएगा। अभ्यर्थी के पास पीएचडी थीसिस के लिए उसके द्वारा किए गए अनुसंधान कार्य से कम से कम एक अच्छे शोध पत्र की >_ 6 की नास रेटिंग वाले किसी प्रख्यात जर्नल में उसके प्रकाशन अथवा स्वीकृति का प्रमाण उपलब्ध होना चाहिए। अग्रेषित करने वाले प्राधिकारी अनुसंधान कार्यों की विशेषता को रेखांकित करते हुए सुस्पष्ट अनुशंसा कर सकते हैं।कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों के प्राथमिकता/ अग्रणी क्षेत्रों में उच्च गुणवत्तायुक्त डाक्टोरल थीसिस अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप ने रू. 50 हजार के 18 नकद पुरस्कारों को आरंभ किया है जिनके साथ प्रशस्ति पत्र और रजत पदक (गोल्ड पॉलिश) दिया जाएगा। यह पुरस्कार कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में उत्कृष्ट मूल अनुसंधान के लिए वार्षिक रूप से दिया जाना है। यह पुरस्कार भारतीय विश्वविद्यालयों से कृषि विज्ञानों से संबंधित डाक्टोरल थीसिस के लिए अनन्य रूप से आरंभ किया गया है। इस पुरस्कार के लिए पीएचडी डिग्री/ अनंतिम डिग्री पुरस्कार दिए जाने वाले वर्ष से पिछले वर्ष अर्थात वर्ष 2018 के अंदर जारी की गई हो। इस पुरस्कार के लिए एक थीसिस पर केवल एक ही बार विचार किया जाएगा। अभ्यर्थी के पास पीएचडी थीसिस के लिए उसके द्वारा किए गए अनुसंधान कार्य से कम से कम एक अच्छे शोध पत्र की >_ 6 की नास रेटिंग वाले किसी प्रख्यात जर्नल में उसके प्रकाशन अथवा स्वीकृति का प्रमाण उपलब्ध होना चाहिए। सभी आवेदन डाक्टरोल थीसिस की प्रतिलिपि के साथ निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए। अग्रेषित करने वाले प्राधिकारी, संबंधित शोधकर्ता द्वारा दिए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान पर अपनी स्पष्ट अनुशंसा कर सकते हैं।
7. पंजाबराव देशमुख उत्कृष्ट महिला वैज्ञानिक पुरस्कार 2019
इस पुरस्कार के लिए ऐसी सभी महिला वैज्ञानिक पात्र हैं जो किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान में कृषि और संबद्ध विषयों में अनुसंधान/ विस्तार के कार्य से जुड़ी हैं। इस पुरस्कार में रू. 1.00 लाख की नकद राशि, एक प्रशस्ति पत्र तथा महिला वैज्ञानिकों और छात्राओं को प्रोत्साहित करने हेतु, पुरस्कार प्राप्ति के एक वर्ष के भीतर पूरे देश में यात्रा करने सहित रू. 1.00 लाख का प्रावधान किया गया है। पुरस्कार अनन्य रूप से केवल व्यक्तिश: महिला वैज्ञानिक को दिया जाना है। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए। अग्रेषित करने वाले प्राधिकारी, महिला वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों को रेखांकित करते हुए सुस्प्ष्ट अनुशंसा कर सकते हैं। हैं।
8. शुष्क भूमि कृषि प्रणाली में उत्कृष्ट अनुसंधान अनुप्रयोग के लिए वसंतराव नायक पुरस्कार 2019
शुष्क भूमि कृषि प्रणाली और जल संरक्षण में उत्कृष्ट अनुसंधान और अनुप्रयोग को बढ़ावा देने हेतु उत्कृष्ट वैज्ञानिकों या विस्तार कार्यकर्ता को रू. 1.00 लाख का वार्षिक नकद पुरस्कार, प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति पत्र पुरस्कार दिया जाना है। इस पुरस्कार के लिए वे सभी कृषि एवं उससे संबद्ध क्षेत्रों के वैज्ञानिक पात्र हैं जो शुष्क खेती भूमि में अनुसंधान/ प्रौद्योगिकी कार्यों से जुड़े हैं। इस पुरस्कार के लिए वैज्ञानिकों की छोटी अंतर-विषयक टीम, जिसमें अधिकतम 6 वैज्ञानिक हो सकते हैं, भी आवेदन कर सकती है। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए। अग्रेषण करने वाले प्राधिकारी, संबंधित वैज्ञानिकों/वैज्ञानिकों की टीम द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों को रेखांकित करते हुए सुस्पष्ट अनुशंसा संलग्न कर सकते हैं।
9. उत्कृष्ट शिक्षकों के लिए भारत रत्न डॉ. सी. सुब्रह्मणयम पुरस्कार 2019
उत्कृष्ट शिक्षकों को मान्यता देने तथा कृषि के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को बढ़ावा देने हेतु चार उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार प्रत्येक की व्यापक विभाग श्रेणियों नामत: फसल एवं बागवानी विज्ञान, पशु एवं मात्स्यिकी विज्ञान, एनआरएम एवं कृषि अभियांत्रिकी और सामाजिक विज्ञान में वार्षिक रूप से दिए जाते हैं। प्रत्येक पुरस्कार में प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति पत्र के अतिरिक्त रू. 1.00 लाख की नकद राशि + शिक्षण में नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए रू. 1.00 लाख का यात्रा अनुदान शामिल है। पुरस्कारों के लिए राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों और मानद कृषि विश्वविद्यालयों के पात्र शिक्षकों से उचित माध्यम द्वारा आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। सभी आवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत किए जाने चाहिए, विधिवत रूप से अधिप्रमाणित किए जाने चाहिए और सक्षम प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किए जाने चाहिए। अग्रेषण प्राधिकारी, संबंधित शिक्षक द्वारा सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों को रेखांकित करते हुए सुस्पष्ट अनुशंसा कर सकता है।
10. लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, 2019
लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्रतिभावान युवा वैज्ञानिकों को उनके असाधारण मौलिक अनुसंधान योगदान को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रतिवर्ष कुल 4 पुरस्कारों में से प्रत्येक विषय श्रेणी में एक अर्थात् फसल एवं बागवानी विज्ञान, पशु एवं मत्स्य विज्ञान, एनआरएम एवं कृषि अभियांत्रिकी और समाज विज्ञान के लिए प्रदान किया जाता है और यदि आइसीएआर द्वारा आवश्यक समझा जाता है तो रू. 10.00 लाख प्रतिवर्ष के बजट प्रावधान की तीन वर्षीय एक चैलेंज परियोजना+विदेश में प्रशिक्षण के लिए रू. 5.00 लाख (3 माह तक) प्रदान किए जाते हैं। चैलेंज परियोजना और विदेश प्रशिक्षण का संचालन/निगरानी आईसीएआर के कृषि शिक्षा प्रभाग द्वारा किया जाता है। ऐसे सभी युवा वैज्ञानिक जो (31 दिसंबर, 2018 को) 40 वर्ष से कम आयु के हैं और जिनके पास डॉक्टरेट की डिग्री है तथा आईसीएआर-एसएयू की संस्था प्रणाली में नियमित आधार पर शिक्षण, अनुसंधान, प्रसार शिक्षा का कार्य कर रहे हैं तथा जो कम से कम लगातार पांच वर्ष से कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में अनुसंधान कार्य में लगे हुए हैं, इस योजना के तहत विचार किए जाने के लिए पात्र हैं। आवेदन अनुशंसित प्रपत्र में अवश्य प्रस्तुत किया जाए और सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी विधिवत अधिप्रमाणित करके और संबंधित वैज्ञानिक द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों को रेखांकित करते हुए सुस्पष्ट अनुशंसा कर सकता है।
11. स्वामी सहजानंद सरस्वती उत्कृष्ट विस्तार वैज्ञानिक पुरस्कार 2019
यह पुरस्कार अनन्य रूप से कृषि विस्तार पद्धति और शिक्षा कार्य में उत्कृष्टता के लिए व्यक्तिगत विस्तार वैज्ञानिक/ अध्यापक को प्रदान किया जाता है। प्रतिवर्ष दो व्यक्तिगत पुरस्कारों का प्रावधान किया गया है। एक व्यक्तिगत पुरस्कार के लिए रू. 1.00 लाख और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। कृषि और संबद्ध विज्ञानों के विषयों के लिए दो पुरस्कार निर्धारित किए गए हैं। आवेदनों को अनिवार्य रूप से अनुशंसित प्रारूप में जमा किया जाना चाहिए और इसे सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा अधिप्रमाणित और संबंधित वैज्ञानिक द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों के संबंध में स्पष्ट रूप से की गई सिफारिश के साथ अग्रसारित होना चाहिए।
12. कृषि उपकरणों पर नवोन्मेषण एवं अनुसंधान के लिए एनएएसआई-आईसीएआर पुरस्कार, 2019
कृषि उपकरणों का विकास करके कृषि महिलाओं के श्रम को कम करने के लिए तथा खेतीहर महिलाओं के लिए कृषि उपकरण विकसित करने के लिए अनुसंधानकर्ताओं और आविष्कारकों को बढ़ावा देने के लिए आईसीएआर-एनएएसआई ने कृषि उपकरणों पर नवोन्मेषण एवं अनुसंधान के लिए एनएएसआई-आईसीएआर पुरस्कार अधिष्ठापित किया है। इस पुरस्कार के लिए रू. 1.00 लाख नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार प्रति वर्ष दिया जाता है। कृषि फार्म उपकरणों से संबंधित अनुसंधान में लगे सभी वैज्ञानिक, इंजीनियर/ आविष्कारक इसके पात्र हैं। आवेदनों को अनिवार्य रूप से अनुशंसित प्रारूप में जमा किया जाना चाहिए और इसे सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा उचित रूप से अधिप्रमाणित और अग्रसारित किया जाना चाहिए। अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा संबंधित वैज्ञानिक/वैज्ञानिकों के दल द्वारा विकसित उत्पाद/प्रक्रिया में शामिल विलक्षणता/नवोन्मेषण का विशिष्ट उल्लेख करते हुए स्पष्ट सिफारिश करनी चाहिए ।
13. जनजातीय खेती प्रणाली में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए फखरूद्दीन अली अहमद पुरस्कार 2019
या जाना हैजो कि देश के जनजातीय क्षेत्रों में अनुप्रयुक्त अनुसंधान और अनुप्रयोगों से जुडे हैं जिनका उद्देश्य जनजातीय किसान खेती प्रणाली से प्रत्यक्ष रूप से लागू मूल कार्य या जैविक संसाधनोंयह पुरस्कार मुख्य रूप से किसी भी ऐसे व्यक्ति या दल (दो या तीन लोगों, यदि कोई हो) को दि और आजीविकाओं में सुधार लाना है। इसके अंतर्गत रू. 1.00 लाख प्रत्येक, के दो पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिए जाने हैं और इसके अलावा 1 वर्ष के लिए कार्य के भौगोलिक क्षेत्र में संबंधित विषय पर अध्ययन करने के लिए समान राशि का प्रावधान किया गया है। आवेदनों को अनिवार्य रूप से अनुशंसित प्रारूप में जमा किया जाना चाहिए और इसे सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी वैज्ञानिक/वैज्ञानिकों के दल द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों को रेखांकित करते हुए सुस्पष्ट अनुशंसा कर सकता है।
14. कृषि और संबद्ध विज्ञानों में हिंदी में तकनीकी पुस्तकों के लिए डॉ. राजेंद्र प्रसाद पुरस्कार, 2019
ये पुरस्कार कृषि और संबद्ध विज्ञानों में मौलिक हिंदी तकनीकी पुस्तकों के लेखकों को मान्यता प्रदान करते हैं और कृषि और संबद्ध विज्ञानों में हिंदी में मौलिक मानक रचनाएं लिखने के लिए भारतीय लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं। यह पुरस्कार व्यक्तिगत लेखक तथा साथ ही लेखकों की टीम के लिए रखा गया है। एक वयक्तिगत पुरस्कार में रू. 1.00 लाख नकद और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। चार पुरस्कार दिए जाते हैं जो फसल/ बागवानी विज्ञानोंएनआरएम/ कृषि अभियांत्रिकीपशु/ मात्स्यिकी विज्ञानों और सामाजिक विज्ञानों में प्रत्येक के लिए एक-एक दिया जाता है। भारतीय लेखकों द्वारा जिनमें कई लेखकों द्वारा लिखी पुस्तकों के संपादक शामिल हैं, जिनमें संपादक ने भी स्वयं पर्याप्त रूप से योगदान किया हो, कृषि और संबद्ध विज्ञानों के निर्दिष्ट विषयों पर लिखी गई सभी मौलिक हिंदी तकनीकी पुस्तकें इसके लिए पात्र हैं। लेखक/संपादक की कृषि और संबद्ध विज्ञानों के प्रासंगिक क्षेत्र में पर्याप्त और सक्रिय भागीदारी अवश्य होनी चाहिए। प्रकाशन कापी राइट के किसी भी उल्लंघन से मुक्त होना चाहिए। प्रकाशन निश्चित रूप से पुरस्कार के वर्ष से पूर्ववर्ती वर्ष (2018) में लिखा व प्रकाशित होना चाहिए। अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा प्रकाशन की मौलिकता एवं तकनीकी गुणवत्ता पर सुस्पष्ट अनुशंसा की जानी चाहिए।
15. कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में उत्कृष्ट अंतर विषयक समूह अनुसंधान के लिए नानाजी देशमुख भाकृअप पुरस्कार 2019
व्यावहारिक एवं उपयोगी अनुसंधान सामान्यत: अंतर विषय एप्रोच में हो की समझ को मान्यता प्रदान करने, प्रोत्साहन देने के लिए भाकृअप ने कृषि एवं संबद्ध विज्ञानों में उत्कृष्ट अंतर विषयक समूह अनुसंधान के लिए भाकृअप पुरस्कार की स्थापना की है। यह पुरस्कार वार्षिक प्रकृति की है। भारत में विशिष्ट विषयों में अंतर विषयक समूह अनुसंधान में कार्यरत सभी कृषि वैज्ञानिक इसके पात्र हैं। समूह में कम से कम तीन मान्यता प्राप्त विषयों के वैज्ञानिक स्तर के प्रतिनिधि होने चाहिए और तकनीकी अधिकारी (T6 और इससे ऊपर) की हो सकते हैं। वे प्रणाली आधारित समस्या समाधान मोड में स्वाभाविक रूप से अंतर विषयक समस्या से जुड़े समेकित अनुसंधान परियोजना पर कार्य कर रहे होने चाहिए। इनके क्षेत्र वैधीकरण सहित अनुसंधान कार्य के अंतिम चरण पुरस्कार के वर्ष के पिछले पांच वर्षीय कार्यवाही के दौरान पूरा होना चाहिए। समूह का प्रत्येक सदस्य पुरस्कार के वर्ष के कम से कम पिछले तीन वर्षों के लिए लगातार सक्रिय सदस्य रहा हो। आवेदन को प्रस्तुत करते समय कम से कम पांच वर्षों के लिए लगातार प्रोजेक्ट के चल रहे होने/चले होने का दस्तावेज संबंधी साक्ष्य प्रदान किया जाना चाहिए। पुरस्कार एनएआरएस के लिए सीमित नही है अर्थात यदि वे उपर्युक्त उल्लिखित पात्रता पूरी करते हैं तब एनएआरएस के बाहर के कृषि वैज्ञानिक भी पात्र हैं। यहां अधिकतम 2 पुरस्कार होंगे (पशु एवं मात्स्यिकी विज्ञान, 2. सामाजिक विज्ञान) और प्रत्येक पुरस्कार रू. 5,00,000/- (रूपये पांच लाख मात्र) के होंगे। किसी भी विषय में एक पुरस्कार से ज्यादा नहीं दिए जाएंगे। आवेदनों को अनिवार्य रूप से अनुशंसित प्रारूप में जमा किया जाना चाहिए और इन पर सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा संबंधित वैज्ञानिकों के दल द्वारा किए गए सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदानों की स्पष्ट रूप से अनुशंसा की जानी चाहिए ।
16. कृषि अनुसंधान और विकास में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए चौधरी चरण सिंह पुरस्कार 2019
प्रिंट मीडिया (हिंदी पत्रकारिता/अंग्रेजी पत्रकारिता/क्षेत्रीय भाषाओं में पत्रकारिता) के लिए (चार पुरस्कार) और इलेक्ट्रोनिक मीडिया (दो पुरस्कार) के लिए रू. 1.00 लाख (एक लाख रूपए मात्र) की नकद राशि के छ: वार्षिक पुरस्कार और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाना है। पत्रकारों के योगदान का मूल्यांकन पिछले तीन वर्षों के दौरान भारत में हिंदी/अंग्रेजी/क्षेत्रीय भाषाओं के समाचार पत्रों/पत्रिकाओं/जर्नलों में प्रकाशित/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित उनके लेखों/सफल गाथाओं के आधार पर किया जाएगा। आवेदनों को केवल निर्धारित प्रारूप में जमा कराया जाना चाहिए और इसे उपयुक्त रूप से सत्यापित तथा सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किया जाना चाहिए।
17. जगजीवनराम अभिनव किसान पुरस्कार/जगजीवनराम नवप्रर्वतक किसान पुरस्कार (राष्ट्रीय/क्षेत्रीय) 2019
उन्नत प्रौद्योगिकियों और सस्य क्रिया विधियों के विकास, अंगीकरण, उन्नयन और प्रसार में नवप्रर्वतक किसानों द्वारा सतत रूप से आय बढ़ाने हेतु दिए गए उत्कृष्ट योगदानों को मान्यता देने हेतु निम्नलिखित राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पुरस्कार घोषित किए गए हैं:-
i.राष्ट्रीय: राष्ट्रीय स्तर पर किसानों को किसी भी कृषि एवं उससे संबद्ध विज्ञानों में रू. 1.00 लाख प्रत्येक का एक वार्षिक राष्ट्रीय पुरस्कार+ अपने अनुसंधान का प्रसार करने हेतु देश में यात्रा करने के लिए समान राशि का अनुदान दिया जाएगा।
कृषि/बागवानी/पशुपालन/मात्स्यिकी/रेशम कृषि के कृषि उत्पादन आयुक्तों/सचिवों/निदेशकों, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों/भाकृअनुप संस्थानों के निदेशकों द्वारा अपने अधिकार क्षेत्रों में किसानों की पहचान एवं नामांकन किया जाएगा और प्रामाणिक सूचना परिषद को अग्रसारित की जाएगी।
18. विविधीकृत कृषि के लिए एन.जी.रंगा किसान पुरस्कार 2019
विविधीकृत कृषि के लिए नवप्रवर्तक किसानों के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने हेतु भाकृअनुप द्वारा विविधीकृत कृषि के किसी भी क्षेत्र में रू. 1.00 लाख का वार्षिक पुरस्कार दिया जाना है। कृषि/ बागवानी/पशुपालन/मात्स्यिकी/रेशम कृषि के कृषि उत्पादन आयुक्तों/सचिवों/निदेशकों, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों/भाकृअनुप संस्थानों/अटारिज/एनजीओज के निदेशकों तथा पादप और प्राणी विज्ञानों से संबद्ध अन्य संगठनों द्वारा अपने संबंधित अधिकार क्षेत्रों में किसानों की पहचान एवं उनका नामांकन किया जाएगा और प्रामाणिक सूचना परिषद को अग्रेषित की जाएगी। इस क्षेत्रीय पुरस्कार के लिए ऐसे सभी चयनित किसान भी पात्र हैं जो कि पुरस्कार के मानदंडों को पूरा करते हैं। नामांकन प्राधिकारी द्वारा नामांकितों द्वारा किए गए योगदानों को रेखांकित करते हुए तथा नामांकन के लिए पूर्ण औचित्य देते हुए एक सुस्पष्ट अनुशंसा को रिकॉर्ड पर रखा जाना चाहिए।
19. पंडित दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय कृषि पुरस्कार 2019 (राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय)
खेती के टिकाऊ समेकित प्रारूपों (मॉडल्स) के विकास हेतु सीमांत, लघु एवं भूमिहीन किसानों के योगदानों को मान्यता देने हेतु भाकृअप ने वार्षिक रूप से पंडित दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय कृषि पुरस्कार (राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय) आंरभ किया है। राष्ट्रीय स्तर के लिए रू. 1,00,000 (एक लाख रू. मात्र) का एक और पुरस्कार प्रमाण-पत्र, वार्षिक रूप से दिया जाता है। क्षेत्रीय स्तर पर कुल 11 पुरस्कार होंगेएटीएआरआई के प्रत्येक क्षेत्र के लिए रू. 50,000 (पचास हजार रू. मात्र) का 1-1 पुरस्कार होगा। नामांकन प्राधिकारी, नामांकितों द्वारा किए गए योगदानों को रेखांकित करते हुए तथा नामांकन के लिए पूर्ण औचित्य देते हुए एक सुस्पष्ट अनुशंसा करें।
20. हलधर जैविक कृषि पुरस्कार 2019
जैविक किसानों के उत्कृष्ट योगदान को सम्मान देने के लिए भाकृअप ने हलधर जैविक किसान पुरस्कार नामक पुरस्कार अधिष्ठापित किया है। इस पुरस्कार के लिए रू. 1,00,000/- (एक लाख रूपए मात्र) दिए जाते हैं। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाता है। प्रक्षेत्र फसलों/बागवानी फसलों/औषधीय फसलों/दुग्ध उत्पादों आदि के क्षेत्र में जैविक कृषि क्रिया-कलापों में कार्यरत और 5 वर्ष का अनुभव रखने वाला कोई भी किसान इसका पात्र हो सकता है। आवेदनों को अनिवार्य रूप से अनुशंसित प्रारूप में जमा कराया जाना चाहिए और इसे उपयुक्त रूप से सत्यापित तथा सक्षम अग्रेषण प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित किया जाना चाहिए।
21. नकद पुरस्कार योजना, 2017
उत्कृष्ट कार्य निष्पादन को सम्मान देने के लिए आईसीएआर ने आईसीएआर के अनुसंधान संस्थानों/ एनआरसी / ब्यूरो/ जेडसीयू के प्रशासनिक/ तकनीकी/ सहायक श्रेणी के कर्मचारियों के लिए नकद पुरस्कार योजना शुरू की है। आईसीएआर के नियमित कर्मचारियों से प्राप्त आवेदन पत्रों में से चुने गए पुरस्कार विजेताओं को 51,000/- रूपए (इक्यावन हजार रूपए मात्र ) के तीन वार्षिक पुरस्कार दिए जाते हैं। अग्रेषण प्राधिकारी कर्मचारी द्वारा उसके सेवाकाल में की गई सर्वाधिक महत्वपूर्ण गतिविधियों पर एक विस्तृत नोट उपलब्ध कराएं।
आवेदन करने के लिए विहित पात्रता मानदंडों, दिशा-निर्देशों और प्रपत्र को आईसीएआर वेबसाइट (www.icar.org.in) से डाउनलोड किया जा सकता है। आवेदक समर्पित आईसीएआर पुरस्कार ई-मेल: (icar-award2018@gov.in) पर पीडीएफ फोर्मेट संक्ष्ेाप रूप में हो जो 30 पृष्ठों से अधिक न हो तथा महत्वपूर्ण उपलब्धियां, साइटेशन (जहां कहीं लागू हो) पुरस्कार/अर्जित सराहनाएं और आवेदन प्रारूप के अनुसार अन्य महत्वपूर्ण विवरण रेखांकित की गई हों) में आवेदन दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आवेदन की दो हार्ड कॉपी भी प्रस्तुत करें। किसान आवेदकों के संदर्भ में, वे उपयुक्त अग्रेषण नामित प्राधिकारी द्वारा संस्तुत आवेदनों की दो प्रतियां प्रस्तुत करें। संपूर्ण दस्तावेज के साथ ई-मेल द्वारा भेजे गए आवेदन जो उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा विधिवत अग्रेषित और अनुशंसित हों, को डॉ. शिव प्रसाद किमोठी, सहायक महानिदेशक (समन्वयन), भाकृअप, कमरा सं. 204 ए, कृषि भवन, डॉ. राजेंद्र प्रसाद रोड, नई दिल्ली- 110001 को भेजें जो 31.12.2019 से पहले या उस दिन तक पहुंच सके। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के राज्य/संघ राज्य क्षेत्र, जम्मू कश्मीर राज्य के लद्दाख प्रभाग और सिक्किम के आवेदकों के लिए उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा अग्रेषित और संस्तुत आवेदनों की हार्ड-कॉपी को प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15.01.2020 है। उम्मीदवारों द्वारा बैंक खाता संख्या, बैंक का पता, आईएफएससी कोड और पैन नंबर के साथ- साथ अपने संपर्क का ब्यौरा भी स्पष्ट रूप से देना चाहिए। कैंसल किए गए चैक की प्रति संलग्न की जाए। परिषद, पुरस्कृत आवेदन पत्रों/ थीसिस को रिकार्ड के लिए अपने पास रख लेगी।
प्रत्येक उम्मीदवार के बारे में निर्णय, उसके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में यथा प्रकाशित मौलिकता और/या अनुसंधान कार्य/अन्वेषणों के अनुप्रयुक्त मानों के आधार पर लिया जाएगा जैसा कि उसके/उनके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में उल्लेखित किया गया है। पुरस्कार से संबंधित सभी मामलों में परिषद का निर्णय अंतिम होगा तथा इस बारे में किसी पत्राचार पर विचार नहीं किया जाएगा।