ग्रो प्लस से बढ़ता है फसल का उत्पादन
11 जून 2021, इंदौर । ग्रो प्लस से बढ़ता है फसल का उत्पादन –
ग्रो प्लस के प्रयोग से फसल का उत्पादन बढ़ता है। यह कहना है अंजड़ ,
जिला बड़वानी के किसान श्री सुभाष मुकाती का। श्री मुकाती ने कृषक जगत को
बताया कि वे विगत 2-3 वर्षों से अपने खेत में खास तौर से कपास की फसल में
ग्रो प्लस का प्रयोग कर रहा हूँ । गत वर्ष 29 मई को कपास की किस्म आरसीएच
-659 को 5 एकड़ में लगाया था डीएपी में सिर्फ दो ही तत्व नाइट्रोजन और
फास्फोरस होते हैं , जबकि ग्रो प्लस में सल्फर 11 %,फास्फोरस 16 %,ज़िंक 5 % और
साथ में बोरान भी होता है। डेंडु (घेटे ) बड़े और वजनदार निकलते हैं, इससे
उत्पादन पर तो फर्क पड़ता है ,डीएपी की तुलना में ग्रो प्लस के उपयोग में डेढ़ से
दोगुना का अंतर आ जाता है। कपास का 10 -12 क्विंटल /एकड़ का औसत उत्पादन मिल
जाता है। लेकिन पिछले साल वर्षा अधिक होने से कपास खराब हो गया जिसका उत्पादन
पर असर पड़ा।
श्री मुकाती ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि 5 एकड़ के खेत में 1 -2 एकड़ में
ग्रो प्लस का प्रयोग करें और शेष ज़मीन में अन्य खाद डालकर तुलनात्मक प्रयोग
करें। नतीजे बहुत अच्छे आने पर पूरे खेत में ग्रो प्लस ही डालेंगे। आपने
किसानों से अनुरोध किया कि मेरी तरह कोरोमंडल ग्रो प्लस का प्रयोग कर उत्पादन
बढ़ाएं। संपर्क नंबर -9893929778