Horticulture (उद्यानिकी)

इजराइल की मदद से हरदा में शुरू होगा कृषि व उद्यानिकी उत्कृष्टता केन्द्र

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29 अप्रैल 2022, हरदा ।  इजराइल की मदद से हरदा में शुरू होगा कृषि व उद्यानिकी उत्कृष्टता केन्द्र – कृषि व उद्यानिकी की खेती के लिये वर्तमान में छिंदवाड़ा एवं मुरैना में उत्कृष्टता केन्द्र प्रारम्भ किए  गए हैं। अगले चरण में हरदा के साथ-साथ नीमच जिले में भी इस तरह के केन्द्र शुरू होंगे। इससे किसान खेती की नवीनतम तकनीकों की जानकारी लेकर कृषि उत्पादन और आय बढ़ा सकेंगे।यह बात प्रदेश के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने गत दिनों हरदा में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। इस मौके पर भारत में इजराइली दूतावास के एग्रीकल्चर अटैचे श्री येइर एशेल ने भी संबोधित किया।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि  छिंदवाड़ा एवं मुरैना में कृषि व उद्यानिकी की खेती के लिये उत्कृष्टता केन्द्र प्रारम्भ किये हैं । अगले चरण में हरदा के साथ-साथ नीमच जिले में भी इस तरह के केन्द्र शुरू होंगे, जहाँ किसान खेती की नवीनतम तकनीकों की जानकारी लेकर कृषि उत्पादन और आय बढ़ा सकेंगे। हरदा में इजराइल के सहयोग से उद्यानिकी व कृषि उत्कृष्टता केन्द्र प्रारम्भ हो जाने से यहाँ के किसानों को फसल उत्पादन बढ़ाने के लिये तकनीकी मार्गदर्शन भी मिलने लगेगा तो किसान और समृद्ध होंगे। हरदा जिले के खेतों की  मिट्टी उपजाऊ होने के साथ ही यहाँ नर्मदा और तवा नदियों के साथ-साथ नहर की सुविधा भी उपलब्ध होने से  खेतों को  सिंचाई के लिये पानी की कमी नहीं है। मोरंड गंजाल सिंचाई परियोजना भी शुरू होने जा रही है,जिससे किसानों को सिंचाई के लिये भरपूर पानी उपलब्ध होगा। साथ ही यहाँ की जलवायु भी फसलों के अनुकूल है। उन्होने कहा कि चना, मूंग और गेहूँ के प्रति हेक्टेयर उत्पादन के मामले में हरदा जिला पंजाब और हरियाणा से भी आगे है। यहां के किसान बहुत उन्नत हैं। कृषि मंत्री ने हरदा जिले सिराली के एक किसान द्वारा  एक ही वर्ष में 8 करोड़ रूपये की मिर्च बेचने का उल्लेख कर कहा कि इस किसान की मिर्च  दुबई तक निर्यात हो रही है।

भारत में इजराइली दूतावास के एग्रीकल्चर अटैचे श्री येइर एशेल ने कहा कि इजराइल में खेती बहुत महंगी है क्योंकि खेती की आधी लागत तो सिंचाई के लिये पानी की व्यवस्था में खर्च होती है क्योंकि इजराइल में वर्षा कम होती है। उन्होने बताया कि इजराइल में वर्षा के पानी की एक-एक बूंद को सहेजकर रखा जाता है। पानी की एक बूंद भी खेत से बाहर व्यर्थ नहीं जाती है। उन्होने कहा कि इजराइल की ओर से भारतीय किसानों को खेती के तकनीकी के बारे में बताया जाएगा। इजराइल की केवल 3 प्रतिशत आबादी खेती करती है जबकि भारत की  दो तिहाई आबादी खेती करती है। उन्होंने कहा कि  कृषि मंत्री श्री पटेल के शीघ्र ही इजराइल का दौरा कर वहाँ की कृषि तकनीक को समझेंगे।  इस आयोजन में कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग के अलावा कृषि व उद्यानिकी विभाग के अधिकारी तथा इजराइल दूतावास के प्रोजेक्ट ऑफिसर श्री ब्रह्मदेव, नीति सलाहकार श्री अर्पित कालीचरण व सहयोगी श्री अभिषेक पाण्डे भी मौजूद थे। इस दौरान हरदा जिले में उद्यानिकी फसलों की संभावना विषय पर प्रेजेन्टेशन भी प्रस्तुत किया गया।

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