किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

छत्तीसगढ़ में चने की उन्नत खेती से बाबूलाल की आमदनी में हुई बढ़ोतरी

30  मार्च 2023, गरियाबंद । छत्तीसगढ़ में चने की उन्नत खेती से बाबूलाल की आमदनी में हुई बढ़ोतरी – जिले के छुरा विकासखण्ड के ग्राम मोहतरा, घटकर्रा, नागद्वार, रानीपरतेवा एवं हरदी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत टरफा योजनांतर्गत रबी वर्ष 2022-23 में 50 हेक्टेयर का चना फसल प्रदर्शन लगाया गया था। कृषि विभाग द्वारा उक्त ग्राम के कृषकों को चना प्रमाणित बीज किस्म आरवीजी 202 वितरित किया गया था। इन्ही में से ग्राम मोहतरा के किसान श्री बाबूलाल पिता श्री दुकालु राम गोंड़ ने भी 0.80 हेक्टेयर कृषि भूमि पर कृषि विभाग के मार्गदर्शन में चना फसल की खेती की। कृषि विभाग द्वारा कृषक बाबूलाल को बीज व आदान सामग्री उपलब्ध कराया गया। कृषक श्री बाबूलाल ने बताया कि उनके द्वारा गत वर्ष रबी सीजन में धान का फसल की बोनी की गई थी, जिसमें पानी, खाद एवं दवाईयों की अत्यधिक मात्रा लगने के बावजूद भी फसल उत्पादन से मुनाफा कम हुआ। जबकि इस वर्ष अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के मार्गदर्शन में चना फसल की खेती की, जिसमें पानी, खाद एवं दवाई बहुत ही कम मात्रा में लगा तथा उत्पादन भी अच्छा हुआ। उत्पादित चना फसल का विक्रय कर मुझे 82 हजार रूपये की आमदनी हुई है। जिससे मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। कृषक बाबूलाल का कहना है कि चना फसल अन्य फसलों की अपेक्षा कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है। चना फसल से हुई मेरी आमदनी से प्रभावित होकर गांव के अन्य कृषक भी अब चना फसल लगाने हेतु प्रेरित हो रहे हैं। कृषि विभाग उप संचालक श्री संदीप भोई ने बताया कि विकासखण्ड छुरा के ग्राम मोहतरा, घटकर्रा, नागझर, रानीपरतेवा एवं हरदी के किसानों ने में 50 हेक्टेयर रकबा में चना की खेती की है। उक्त ग्राम के कृषकों को कृषि विभाग के विकासखण्ड छुरा कार्यालय से चना बीज आरवीजी 202 किस्म का वितरण किया गया है, जो झुलसा रोग एवं कीट प्रतिरोधक किस्म है।

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