संपादकीय (Editorial)

मैं गुलदावदी फूल की खेती करना चाहता हूं कब लगाएं, तकनीकी बतलायें।

समाधान- गुलदावदी शरदऋतु का लोकप्रिय पुष्पीय पौधा है इसे शरद ऋतु की रानी के नाम से जाना जाता है। यह अनेकों रंग का होता है यह एक वर्षीय, बहुवर्षीय सभी प्रकार का होता है। आप इसे लगायें बगिया की शोभा बढ़ायें आप निम्न तकनीकी अनपायें।

  • बीज नर्सरी में क्यारियों में या गमलों में लगाये जाते हैं।
  • सर्कस जब 10-15 से.मी. के हो जाते हैं तब उन्हें फरवरी- मार्च में गमलों में लगा सकते हैं।
  • कटिंग द्वारा भी इसको लगाया जा सकता है।
  • गमलों में हल्की सिंचाई करते रहना जरूरी होता है वर्षाऋतु में आवश्यकतानुसार तथा शरदऋतु में 15 दिनों के अंतराल तथा गर्मी में 7 दिनों के अंतराल से सिंचाई जरूरी है।
  • क्यारियों में सतत खुरपी से निंदाई/ गुड़ाई करके खरपतवारों से निजात प्राप्त करें।
  • इसको लगाने के लिये अच्छे जल निथार वाली भूमि चाहिये।
  • 30 टन गोबर खाद, 100 किलो सिंगल सुपर फास्फेट, 140 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश/हे. की दर से डालें।
  • विकसित जड़ों वाली कलम 40&30 से.मी. कतार से कतार तथा पौध सेे पौध दूरी पर लगाये।
  • रोपण के तुरन्त बाद हल्की सिंचाई करें तथा 30 दिन बाद 175 किलो यूरिया दो बराबर कर भाग में बांट कर 15 दिनों के अंतर से डालें।

– उमा शंकर सोनी, पांडुणा

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