Editorial (संपादकीय)

चना बीज अंकुरण की जांच कैसे करें

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रीवा। गत दिनों कृषि विज्ञान केंद्र रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक और एवं प्रमुख डॉ. अजय कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में न्यूट्री स्मार्ट ग्राम बजरंगपुर में राष्ट्रीय महिला कृषक दिवस पर चने में बीज अंकुरण की जांच विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में खाद्य वैज्ञानिक डॉ. चंद्रजीत सिंह ने प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि ग्रामीण बच्चों में कुपोषण की पहचान उनके रूखे और पीले बाल, फूले पेट और कमजोर हाथ-पैरों से होती है। जो कि प्रोटीन की कमी से होती है। इस कमी को दूर करने के लिए प्रोटीन के उत्तम स्रोत चने की उत्पादकता बढ़ानी चाहिए। इसके लिए किसान बहनों को चने बीज को छानने, बीनने और बीज की जाँच के बाद 75 प्रतिशत अंकुरण सुनिश्चित कर उत्तम गुणवत्ता का बीज घर पर ही तैयार कर उपयोग करना चाहिए। आपने इस हेतु चना बीज अंकुरण की विधि भी बताई। इस प्रशिक्षण में 25 प्रशिक्षणार्थियों के अलावा कृषक मित्र  श्री राजेश पटेल आंगनबाड़ी सहायिका श्यामाबाई साकेत और ग्रामीण महिलाएं भी मौजूद थीं।

 इस आयोजन को सफल बनाने में केंद्र की विस्तार वैज्ञानिक डॉ. किंजल्क सिंह, डॉ. संजय कुमार सिंह और मृत्युंजय कुमार मिश्रा का सराहनीय सहयोग रहा।

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