सरसों को तना गलन एवं सफेद रस्ट रोग से बचाएं
10 दिसंबर 2024, विदिशा: सरसों को तना गलन एवं सफेद रस्ट रोग से बचाएं – विदिशा जिले में रबी फसलों की लगभग 443363 हे. क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। जो कि कुल रबी क्षेत्रफल का 85 प्रतिशत है। शेष 15 प्रतिशत क्षेत्र में बुवाई जारी है, वह 1-2 सप्ताह में पूरी हो जाएगी। उक्त क्षेत्रफल में से 13243 हे. क्षेत्र में सरसों फसल बोई गई है। सरसों फसल में सामान्यतया तना गलन एवं सफेद रस्ट रोग आता है, इससे बचने हेतु कृषकों को सलाह दी गई है।
तना गलन रोग की रोकथाम के लिए बिजाई के 45-50 दिन बाद कार्बेन्डाजिम का 0.1 प्रतिशत की दर से पहला छिड़काव करें तथा दूसरा छिड़काव 65-70 दिन के बाद करें। तना गलन की रोकथाम के लिए दो छिड़काव करने की आवश्यकता है।
किसान, अपने खेतों में निरंतर निगरानी बनाए रखें। तापमान में लगातार गिरावट होने से सरसों में सफेद रस्ट बीमारी आने की सम्भावना होती है। सफेद रस्ट बीमारी में पत्ते के निचले भाग में सफेद धब्बे दिखाई देते हैं। ऐसी परिस्थिति में किसान 600-800 गाम मैंकोजेब (डाइथेन एम-45) को 250 से 300 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
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