फसल की खेती (Crop Cultivation)

आलू को लग सकता है ये रोग इसलिए रखें सावधानी

29 नवंबर 2024, भोपाल: आलू को लग सकता है ये रोग इसलिए रखें सावधानी – आलू के उत्पादक किसान भले ही यह सोचते हो कि उन्हें अच्छा फायदा होेगा लेकिन ऐसे उत्पादक किसानों की जरा सी असावधानी उन्हें परेशानी में डाल सकती है क्योंकि आलू हो सकता है कि रोग लग जाए। इसलिए उत्पादक किसानों को सावधानी बरतना ही चाहिए।

आलू का लेट ब्लाइट, फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टान्स के कारण होता है, एक अत्यधिक विनाशकारी रोग है जो समय पर प्रबंधित न होने पर विनाशकारी नुकसान का कारण बन सकता है। यह रोग ठंडी और नम परिस्थितियों में पनपता है और अनुकूल परिस्थितियों में, यह कुछ ही दिनों में पूरे आलू के खेतों को तबाह कर सकता है।  लेट ब्लाइट पत्तियों, तनों और कंदों को व्यापक नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे प्रकाश संश्लेषण कम हो जाता है और गंभीर मामलों में 100% तक उपज का नुकसान होता है।  संक्रमित कंद अक्सर भंडारण में सड़ जाते हैं, जिससे आर्थिक नुकसान और बढ़ जाता है। बढ़ी हुई उत्पादन लागत: किसानों को कवकनाशी और अन्य प्रबंधन प्रथाओं में भारी निवेश करना पड़ता है, जिससे उत्पादन की लागत बढ़ जाती है। पक लेट ब्लाइट प्रकोप से आपूर्ति कम हो सकती है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है और खाद्य सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। आलू की फसल में पेस्ट (खरपतवारों, कीटों व रोगों) से लगभग 40 से 45 फीसदी की हानि होती है। कभी-कभी यह हानि शत प्रतिशत भी हो सकती है। आलू की सफल खेती के लिए आवश्यक है कि समय से पछेती झुलसा रोग का प्रबंधन किया जाए।

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