फसल की खेती (Crop Cultivation)

Kharif MSP 2025: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सबसे अधिक लाभदायक फसलें

02 जून 2025, इंदौर: Kharif MSP 2025: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सबसे अधिक लाभदायक फसलें – केंद्र सरकार द्वारा विपणन सीजन 2025-26 के लिए घोषित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बदलाव के बाद मध्य प्रदेश के किसानों के लिए फसल चयन एक बार फिर चर्चा में है. नए MSP आंकड़ों के अनुसार, कुछ फसलें ऐसी हैं जो लागत के मुकाबले बेहतर लाभ का अनुमान दे रही हैं. राज्य की जलवायु और खेती की परंपराओं को देखते हुए ये फसलें किसानों के लिए अधिक फायदे का सौदा साबित हो सकती हैं.

बाजरा: लागत पर सबसे ज्यादा मार्जिन

बाजरा इस बार लाभ के मामले में सबसे ऊपर है. 2025-26 के लिए इसका MSP ₹2775 प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि उत्पादन लागत ₹1703 प्रति क्विंटल आंकी गई है. यानी किसानों को 63% का लाभ मिलने की संभावना जताई गई है. सूखा-प्रभावित और पानी की कमी वाले इलाकों में बाजरा एक व्यावहारिक विकल्प माना जाता है, खासकर बुंदेलखंड और मालवा क्षेत्र में.

अरहर और मक्का: मध्यप्रदेश के लिए मुफीद विकल्प

अरहर (तुअर) और मक्का की फसलें भी लागत के मुकाबले 59% तक का अनुमानित लाभ दिखा रही हैं. अरहर का MSP ₹8000 और मक्का का ₹2400 प्रति क्विंटल तय किया गया है. चंबल और विंध्य क्षेत्र में अरहर की खेती पारंपरिक रूप से की जाती रही है, वहीं मक्का के उत्पादन में भी राज्य की हिस्सेदारी बढ़ी है.

उड़द: भीम के कंधों पर बराबरी से खड़ी

उड़द के MSP में इस बार ₹7800 प्रति क्विंटल का निर्धारण किया गया है, जो लागत ₹5114 के मुकाबले 53% का अनुमानित लाभ देता है. महाकौशल और बघेलखंड जैसे क्षेत्रों में उड़द की खेती प्रमुखता से होती है. यह फसल खरीफ सीजन में कम पानी और सीमित संसाधनों में उपज देती है.

रागी और रामतिल: MSP में जबरदस्त बढ़ोतरी

हालांकि रागी की खेती मध्य प्रदेश में व्यापक स्तर पर नहीं होती, लेकिन इस बार इसके MSP में ₹596 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है, जिससे यह ₹4886 हो गया है. वहीं रामतिल का MSP ₹9537 तय किया गया है, जो लागत ₹6358 से 50% अधिक है. सरकार की प्राथमिकता में पोषक अनाज और तेलहन फसलें होने के चलते इन फसलों को प्रोत्साहन मिल रहा है.

सोयाबीन और मूंगफली: राज्य की पारंपरिक फसलें, लाभ औसत

मध्य प्रदेश सोयाबीन उत्पादन में देश में अग्रणी राज्य है. इसका MSP ₹5328 प्रति क्विंटल तय किया गया है जबकि लागत ₹3552 मानी गई है. यानी लगभग 50% का मार्जिन. मूंगफली का MSP ₹7263 प्रति क्विंटल तय किया गया है जबकि लागत ₹4842 मानी गई है.हालांकि इन फसलों का मूल्य स्थायित्व और बाजार मांग का प्रभाव MSP से कहीं अधिक होता है.

किसान क्या ध्यान में रखें?

MSP की यह गणना अखिल भारतीय औसत लागत पर आधारित है. लेकिन मध्य प्रदेश में क्षेत्रीय स्तर पर लागत और उपज में भिन्नता होती है. किसानों को फसल चयन करते समय स्थानीय जलवायु, सिंचाई की उपलब्धता, बीज की गुणवत्ता और सरकारी खरीदी की व्यवहारिक स्थिति का भी आकलन करना होगा.

MSP के आंकड़ों से साफ है कि बाजरा, अरहर, मक्का और उड़द जैसी फसलें इस बार मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अपेक्षाकृत अधिक लाभदायक साबित हो सकती हैं. हालांकि फसल की वास्तविक कमाई इस पर निर्भर करेगी कि खरीदी तंत्र कितनी प्रभावी है और मंडी में फसलों की वास्तविक मांग क्या रहती है. MSP एक संकेत जरूर देता है, लेकिन खेती में मुनाफा कई ज़मीनी पहलुओं से तय होता है.

फसल2013-142020-212021-222022-232023-242024-252025-26लागत KMS 2025-26लागत पर मार्जिन (%)
धान, सामान्य1310186819402040218323002369157950
ग्रेड ए1345188819602060220323202389
ज्वार हाइब्रिड1500262027382970318033713699246650
ज्वार मालदंडी1520264027582990322534213749
बाजरा1250215022502350250026252775170363
रागी1500329533773578384642904886325750
मक्का1310185018701962209022252400150859
अरहर4300600063006600700075508000503859
मूंग4500719672757755855886828768584550
उड़द4300600063006600695074007800511453
मूंगफली4000527555505850637767837263484250
सूरजमुखी3700588560156400676072807721517450
सोयाबीन2560388039504300460048925328355250
तिल4500685573077830863592679846656450
रामतिल3500669569307287773487179537635850
कपास मीडियम3700551557266080662071217710514050
लांग स्टेपल4000582560256380702075218110

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