धानुका सेम्प्रा (Sempra) खरपतवारनाशक: काम करने का तरीका, अनुमोदित फसलें, अनुशंसित मात्रा
04 फ़रवरी 2025, नई दिल्ली: धानुका सेम्प्रा (Sempra) खरपतवारनाशक: काम करने का तरीका, अनुमोदित फसलें, अनुशंसित मात्रा – धानुका सेम्प्रा (Sempra) खरपतवारनाशक भारत में धानुका एग्रीटेक लिमिटेड द्वारा साइपरस रोटंडस के प्रभावी नियंत्रण के लिए पेश किया गया पहला खरपतवारनाशक है। यह गन्ने और मक्का की फसल में नट्स से साइपरस रोटंडस के प्रभावी नियंत्रण के लिए WDG फॉर्मूलेशन के साथ एक चयनात्मक, प्रणालीगत, पोस्ट-इमर्जेंस शाकनाशी है। इसमें मजबूत प्रणालीगत क्रिया है यानी जाइलम और फ्लोएम के माध्यम से दोनों तरफ से आगे बढ़ता है। सेम्प्रा साइपरस के चयापचय कार्यों को रोकता है, अमीनो एसिड (वैलिन, आइसोल्यूसीन, ल्यूसीन) के गठन को रोककर, जो साइपरस के विकास के लिए आवश्यक प्रोटीन के लिए जिम्मेदार है, जिसके परिणामस्वरूप इसकी पत्तियां पीली हो जाती हैं और नट्स काले हो जाते हैं और 14-30 दिनों में इसे नष्ट कर देते हैं। इसका वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (महाराष्ट्र), तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र (हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार), कृषि अनुसंधान केंद्र (कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़), उत्तर प्रदेश गन्ना अनुसंधान परिषद, नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) जैसे संस्थानों/विश्वविद्यालयों द्वारा बड़े पैमाने पर मूल्यांकन और अनुशंसा की गई है यह भारत, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, ब्राजील, कोलंबिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृत है।
काम करने की तरीका
सेम्प्रा, एक सल्फोनील्यूरिया समूह शाकनाशी होने के नाते, एसिटोलैक्टेट सिंथेस (ALS) को रोकता है, जो आवश्यक शाखित श्रृंखला एमिनो एसिड (वैलिन, ल्यूसीन और आइसोल्यूसीन) के जैवसंश्लेषण मार्ग में पहला एंजाइम है। ALS के अवरोध से पौधे (साइपरस रोटंडस) में इन एमिनो एसिड की कमी हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप खरपतवार मर जाते हैं। मक्का, गन्ना आदि घास परिवार के फसल पौधों पर सेम्प्रा का कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि इन पौधों में मजबूत MFO (मिश्रित कार्य ऑक्सीडेस) होते हैं जो शाकनाशी अणु को एसिड मेटाबोलाइट रूपों में तोड़ देते हैं।
फ़सल | नीदा / रोग | उपयोग मात्रा (मि.ली./एकड़) |
गन्ना | मोथा (साइप्रस रोटन्स) | 36 |
मक्का | मोथा (साइप्रस रोटन्डस एवं साइप्रस ईरीया) | 36 |
पैक साइज
3.6 ग्राम, 18 ग्राम, 36 ग्राम
विशेषताएं और लाभ
- कम खुराक पर प्रभावकारिताः सेम्प्रा 36 ग्राम/एकड़ में मोथा के समक्ष उत्कृष्ट नियंत्रण प्रदान करता है। यह मिट्टी की अवशिष्ट गतिविधि भी प्रदान करता है और देर से उगने वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है। पारंपरिक खरपतवारनाशकों की तुलना में इसकी खुराक कम लगती है।
- पोषक तत्वों का उठाव रोकता है: सेम्प्रा उपयोग के 24 घंटे के भीतर ही मोथा द्वारा पोषक तत्व का उठाव रोक देता है, जिसके परिणामस्वरूप अच्छी स्वस्थ फसल होती है।
- फसल के लिए सुरक्षितः सेम्प्रा गन्ने और मक्का की फसल को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
- मजबूत मृदा अवशिष्ट क्रियाः सेम्प्रा में मजबूत अवशिष्ट क्रिया होती है जिसके कारण यह नए अंकुरित मोधा को नियंत्रित करता है।
- निराई-गुड़ाई का खर्च कमः सेम्प्रा बार-बार की जाने वाली मैनुअल निराई से आजादी देता है जिससे खरपतवारनाशक के उपयोग में श्रम व लागत की बचत होती है।
- उपज में वृद्धिः सेम्प्रा अधिक उपज देता है इसलिए अधिक लाभ होता है।
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