फसल की खेती (Crop Cultivation)

तना मक्खी और पत्ती खाने वाली इल्लियों के लिए नियंत्रण के उपाय: सोयाबीन फसल के दुश्मनों पर प्रहार

29 जुलाई 2024, भोपाल: तना मक्खी और पत्ती खाने वाली इल्लियों के लिए नियंत्रण के उपाय: सोयाबीन फसल के दुश्मनों पर प्रहार – भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान द्वारा 30 से 40 दिनों की हो चुकी सोयाबीन की फसल हेतु विशेष सलाह जारी की गयी है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने प्रमुख कीड़ों जैसे तना मक्खी और पत्ती खाने वाली इल्लियों के नियंत्रण से जुड़े मुख्य पहलुओं पर सलाह जारी की है। 

प्रमुख कीड़ों के नियंत्रण के लिए सलाह

तना मक्खी नियंत्रण

तना मक्खी के नियंत्रण हेतु सलाह हैं कि लक्षण दिखाई देने पर तुरंत पूर्वमिश्रित कीटनाशक आइसोसायक्लोसरम 9.2WW.DC (10% W/V)DV @600 मिली/हेक्टेयर या थायमेथोक्सम 12.60%+लैम्ब्डा सायहलोथ्रिन 09.50% ZC @125 मिली/हेक्टेयर या बीटासायफ्लुथ्रिन + इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली/हेक्टेयर) या इंडोक्साकार्ब 15.80% EC (333 मिली/हेक्टेयर) का छिड़काव करें।

15-20 दिनों की अवधि वाली फसल में किसानों को पत्ती खाने वाले कीटों से सुरक्षा हेतु फूल आने से 4-5 दिन पहले तक क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5 SC. @ 150 मिली/हेक्टेयर का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है। इससे अगले 30 दिनों तक पत्ती खाने वाले कीटों पर नियंत्रण में मदद मिलती है।

चक्र भृंग नियंत्रण

चक्र भृंग के नियंत्रण के लिए अकेले प्रभावित पौधे/भाग को नष्ट करने और आइसोसायक्लोसरम 9.2% W/W Dc (10% W/V) DC (600 मिली/हेक्टेयर) या एसेटामिप्रिड 25% + बाइफेंथ्रिन 25% WG (250 ग्राम/हेक्टेयर) या टेट्रानिलिप्रोल 18.18 SC (250-300 मिली/हेक्टेयर) या थियाक्लोप्रिड 21.7 S.C. (750 मिली/हेक्टेयर) या प्रोफेनोफोस 50 E.C. (1 लीटर/हेक्टेयर) या एमामेक्टिन बेंजोएट 01.90% EC (425 मिली/हेक्टेयर) या क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.50% SC (150 मिली/हेक्टेयर) का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है।

पत्ती खाने वाली इल्लियों (सेमीलूपर/तम्बाकू/चने की इल्ली) तथा रस चूसने वाले कीट जैसे सफ़ेद मक्खी/जसीड एवं तना छेदक कीट (तना मक्खी/चक्र भृंग) के एक साथ नियंत्रण हेतु पूर्वमिश्रित कीटनाशक जैस क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 09.30 + लैम्ब्डा सायहलोथ्रिन 04.90% CS (300 मिली/हेक्टेयर) या बीटासायफ्लुथ्रिन + इमिडाक्लोप्रिड (350 मिली/हेक्टेयर)  का छिड़काव करने की सलाह दी जाती है।

बिहार हेयरी कैटरपिलर

बिहार हेयरी कैटरपिलर का प्रकोप होने पर झुण्ड में रहने वाली इन इल्लियो को प्रारंभिक अवस्था में ही पौधे सहित खेत से निष्कासित करें एवं फसल पर लैम्ब्डा सायहलोथ्रिन 04.90 % CS (300 मिली/हे.) या इंडोक्साकार्ब 15.80 % EC (333 मिली/हे.) का छिडकाव करे।  

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