Animal Husbandry (पशुपालन)

देशी गौ-पालन को प्रोत्साहित करने एक से 15 फरवरी तक होंगी प्रतियोगिताएँ

Share
पशुपालकों को दिये जायेंगे 62 लाख रूपये से अधिक के पुरस्कार

31 जनवरी 2023, भोपाल: देशी गौ-पालन को प्रोत्साहित करने एक से 15 फरवरी तक होंगी प्रतियोगिताएँ – पशुपालन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश की मूल नस्ल की गायों- मालवी, निमाड़ी और केनकथा के साथ भारतीय उन्नत नस्ल की गायों के पालन को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश में एक से 15 फरवरी तक प्रतियोगिताएँ की जायेंगी। पशुपालन विभाग का अमला पात्र पशुपालकों से आवेदन एकत्रित कर विभाग को भेज रहा है। विजेताओं को 62 लाख 61 हजार रूपये के 201 जिला स्तरीय और 6 राज्य स्तरीय पुरस्कार दिये जायेंगे। प्रदेश की मूल गौवंशीय और भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों की प्रतियोगिता जिलों में अलग-अलग की जायेंगी।

भारतीय उन्नत नस्ल गाय प्रतियोगिता सभी 52 जिलों में और मध्यप्रदेश मूल की 15 जिलों में की जायेगी। मालवी नस्ल की गायों की प्रतियोगिता आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, उज्जैन और इंदौर, निमाड़ी नस्ल की जिला खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी, धार और केनकथा नस्ल की जिला दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी जिले में होगी।

“प्रदेश की मूल गौ-वंशीय नस्ल एवं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारु गायों के लिये पुरस्कार योजना’’ में अधिक दूध देने वाली गायों के पशुपालकों को पुरस्कार दिया जायेगा। प्रदेश की मूल गौवंशी नस्ल-मालवी, निमाड़ी और केनकथा नस्ल गाय का प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन 4 लीटर या अधिक और भारतीय गाय का 6 लीटर या उससे अधिक होना चाहिए।

दोनों प्रतियोगिताओं में जिला स्तरीय प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: 51 हजार, 21 हजार और 11 हजार रूपये होगा। इसी तरह राज्य स्तरीय पुरस्कार भी क्रमश: 2 लाख, 1 लाख और 50 हजार रूपये का होगा। प्रतियोगिता के लिए सभी जिलों के विकासखंडों से पशुपालन विभाग का अमला भाग लेने के इच्छुक एवं पात्र पशुपालकों से आवेदन प्राप्त कर जिला स्तर पर उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएँ को भेज रहा है। तीनों पुरस्कार के अलावा शेष प्रतियोगी गायों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये जायेंगे। पुरस्कार प्राप्त समस्त पशुपालकों की सूची मय गायों की नस्ल और दुग्ध उत्पादन ब्यौंरे के साथ विभागीय वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी।

महत्वपूर्ण खबर: कपास मंडी रेट (28 जनवरी 2023 के अनुसार)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *