Month: July 2015

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दलहन-तिलहन की बुवाई में तेजी

खरीफ बोनी 306 लाख हेक्टेयर पार (विशेष प्रतिनिधि) नई दिल्ली/भोपाल। देश में गत माह हुई अच्छी बारिश के चलते चालू खरीफ मौसम में अभी तक दलहनों-तिलहनों, कपास और मोटे अनाजों की बुवाई आगे चल रही है। कुल खरीफ बुवाई 306

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अगले पांच वर्षों में सिंचाई के लिए 50 हजार करोड़ खर्च करेगी सरकार

नई दिल्ली। कृषि की मानसून पर निर्भरता को कम करने के लिए केंद्र ने हर गांव तक सिंचाई सुविधा पहुंचाने के लिए पचास हजार करोड़ की योजना को मंजूरी दे दी है। इसमें मौजूदा समय में चल रही योजनाओं को

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उद्यानिकी (Horticulture)

बोनी के बाद का समय महत्वपूर्ण

खरीफ फसलों की बुआई जोरों पर चालू है, वर्षा की लुका-छिपी के साथ-साथ बुआई करना ‘तू डाल-डाल मैं पात-पात के समान ही होती है। बुआई करने के बाद कृषि कार्य बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। परंतु देखा यही गया है कि

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संपादकीय (Editorial)

सार्ड मंथन कृषि की प्राण वायु जैविक खेती

हरित क्रांति में सघन रसायनिक उर्वरकों के उपयोग से कृषि सहयोगी कीटाणु के नष्ट होने से भूमि की उर्वराशक्ति में कमी आई है वहीं उसका भुरभुरापन समाप्त हो गया है। फलस्वरूप, कृषि उत्पादन ला ऑफ डिमशिंग रिटर्न याने रसायनिक उर्वरकों

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संपादकीय (Editorial)

कम्बल कीट के प्रकोप का समय आ रहा है

पंचों, मानसूनी वर्षा के तुरंत बाद, कंबल कीड़ा या कामलिया कीट का प्रकोप हर साल हम देखते हैं। खरीफ में बोई गई मक्का, सोयाबीन, उड़द, अरहर, मूंग इत्यादि फसलें, अपनी प्रारंभिक अवस्था में, कंबल कीट क् प्रकोप से सर्वाधिक प्रभावित

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बरसात की पहली फुहार और किसान अपने खेत में

सूखी धरती खुला आसमान की तरफ बरसात के इन्तजार में आंख गढ़ाए बैठा किसान मानसून के दस्तक देते ही उसकी आंखों में जैसे एक आशा की किरण जगने लगी। मानसून के दस्तक से प्रकृति ने अंगड़ाई लेना प्रारंभ किया तो

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दूध उत्पादन के लिए गायों की प्रमुख प्रजातियां

साहीवाल : दुग्ध उत्पादन के लिए सर्वाधिक प्रसिद्ध इस प्रजाति की उत्पत्ति पाकिस्तान के मोंटगोमरी जिले में मानी जाती है। इस प्रजाति की गाएं लाल रंग की ढीली त्वचा वाली होती है। इनका शरीर लंबा किंतु टांगे छोटी होती हैं।

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गन्ना किसानों को तोहफे से शक्कर कारखाने नहीं संतुष्ट

नई दिल्ली। गन्ना किसानों के 21,000 करोड़ रुपये के बकाये का एक हिस्सा चुकाने के लिए केंद्र सरकार ने चीनी मिलों को 6,000 करोड़ रुपये का कर्ज बेहद आसान शर्तों पर मुहैया कराने का फैसला किया है। लेकिन यह रकम

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