Month: April 2015

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कार्बनिक दुग्ध उत्पादन

डॉ. प्रदीप शर्मा , डॉ. आर.के. जैन डॉ. ए.एस. राणे , डॉ. दिनेश ठाकुर कार्बनिक उत्पाद अंतनिर्हित कृषि उत्पादन है जो कि पर्यावरण के सिद्धांत पर आधारित है। यह कार्बनिक उत्पादन जैवविविधता को बढ़ाता है एवं जैविक चक्र साथ ही

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बालाघाट के किसानों को वैज्ञानिको ने बताए अच्छी फसल के गुर

बालाघाट। जिले में कृषि विभाग के तारतम्य में पी.पी. पार्टनर के.जे. एजुकेशन सोसायटी ने किरनापुर, बालाघाट के सेवती, मंगोलीकला, पेण्डरई में किसानों का चयन कर समूह निर्माण, आवासीय प्रशिक्षण कर कृषि विज्ञान केन्द्र बडग़ांव के वैज्ञानिक डॉ. सतेन्द्र कुमार ने

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संपादकीय (Editorial)

अदरक की खेती

अदरक की खेती मसाला एवं औषधीय फसल के रूप में की जा रही है। अदरक की उत्पत्ति दक्षिण पूर्वीय एशिया में भारत या चीन में हुई माना जाता है। ताजा अदरक व्यंजनों को खुशबूदार तथा चिरपरा बनाने एवं मुरब्बा बनाने

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राज्य कृषि समाचार (State News)

विधानसभा से वर्ष 2014-15 का द्वितीय अनुपूरक बजट पारित

भोपाल। वित्तीय वर्ष 2014-15 का द्वितीय अनुपूरक बजट गत दिनों ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसकी राशि 10 हजार 852 करोड़ 1 लाख 90 हजार रुपये है। वित्ती मंत्री श्री जयंत मलैया ने अनुपूरक बजट पर चर्चा के उत्तर

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राज्य कृषि समाचार (State News)

गेहूं खरीदी क्रन्द्रों पर पर्याप्त व्यवस्था करें : मुख्यमंत्री

राज्य में खरीदी प्रारंभ भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में गेहूँ खरीदी के लिये बनाये गये केन्द्रों पर बेहतर व्यवस्था रहे। खरीदी केन्द्रों पर आने वाले किसान को कोई परेशानी नहीं हो इसका

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राज्य कृषि समाचार (State News)

तुलसी की खेती

राज्य सरकार योजनाओं के लिए और अपने स्वयं के प्रयासों और इस जिले की कड़ी मेहनत के किसानों के साथ लाभ उठाते हुए इस जिले को कृषि के क्षेत्र में एक अनूठी पहचान दी है। अब इस जिले के कई किसानों को उनकी परंपरागत खेती के साथ-साथ वन औषधीय पौधों की खेती के लिए ब्याज ले रहे हैं।

इस जिले के 20 गांवों के लगभग 300 किसानों को जमीन के 60 एकड़ क्षेत्र में वन ‘तुलसी’ की खेती शुरू कर दिया है। सिंहनिवास ,अमरपुर, गोपालपुर, मुधेरी आदि इस जिले की तरह गांवों के कई किसानों को अब अपने परंपरागत फसलों के साथ-साथ ‘वान तुलसी’ खेती करने के लिए रुचि रखते हैं। इन किसानों ने राज्य सरकार के बागवानी विभाग की ओर से ‘वान तुलसी’ के बीज के किट हो रही है। एक प्रायोगिक आधार पर शुरू की, पहले साल में, किसानों के वान तुलसी ‘की लगभग 12 क्विंटल का उत्पादन किया।

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