Uncategorized

रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह

Share
  • खरीफ फसलों की बोवनी के लिए आदान जैसे बीज, उर्वरक, खरपतवारनाशक, फफूंदनाशक, जैविक कल्चर आदि की व्यवस्था, विश्वसनीय संस्थाओं से अभी से सुनिश्चित कर लें।
  • सोयाबीन में पीले मोजाईक रोग के रोकथाम हेतु मध्य व उत्तरी मैदानी क्षेत्र के लिए पीले मोजाईक प्रतिरोधक/ सहनशील किस्मों जैसे जेएस-20-29, 20-69, 97-52, पीएस-1029, आरकेएस- 24 का उपयोग करें।
  • सोयाबीन बुवाई समय पर 20 जून से 5 जुलाई तक 3-4 इंच बारिश होने के पश्चात करें तथा बीज दर 60-75 किलोग्राम/हेक्टर व कतार से कतार की दूरी 45 सेमी रखें।
  • धान की उन्नत किस्में – अति अल्पावधि: जवाहर धान (जेडी) 75 वंदना, अल्पावधि: जेडी 20, जेआरएच 8, दन्तेश्वरी, सहभागी, मध्यम अवधि: एमआर 219, डब्ल्यू जीएल 32100, आईआर 36, 64, क्रांति, महामाया, पूसा सुगंधा-3,5, पूसा बासमती-1, एमटीयू 1010, दीर्घावधि: महसूरी, स्वर्णा। नर्सरी लगाने हेतु खेत की तैयारी करें।

उद्यानिकी

  • वर्तमान मौसम में बढ़ते हुये तापमान को देखते हुये केला तथा पपीते के फलों एवं पत्तियों की झुलसने की संभावना रहती है उसके बचाव के लिए फलों को पत्तियों एवं बोरों से ढक दें तथा पौधों को गर्म हवा से बचाने के लिए वायु अवरोधक का उपयोग करें।

पशुपालन

  • पशुओं को स्वच्छ, ताजा एवं ठंडा जल दिन में तीन बार (सुबह, दोपहर, शाम) पिलाना चाहिए। दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए दाना, हरे एवं शुष्क चारे का संतुलित मिश्रण पशुओं को खिलायें। एक वयस्क जानवर को प्रतिदिन 6 किलो सूखा चारा और 15-20 किलो तक हरा चारा, जिसमे फलीदार और बिना फलीदार हरे चारे को समान अनुपात में मिलाकर खिलायें।

कृषि, पशुपालन, मौसम, स्वास्थ, शिक्षा आदि की जानकारी के लिए जियो चैट डाउनलोड करें-डाउनलोड करने की प्रक्रिया:-

  • गूगल प्ले स्टोर से जियो चैट एप का चयन करें और इंस्टॉल बटन दबाएं।
  • जियो चैट को इंस्टॉल करने के बाद,ओपन बटन दबाएं।
  • उसके बाद चैनल बटन पर क्लिक करें और चैनल Information Services MP का चयन करें।
  • या आप नीचे के QR Code को स्कैन कर, सीधे Information Services MP चैनल का चयन कर सकते हैं।

टोल फ्री नं.१८००४१९८८०० पर
संपर्क करें सुबह 9.30 से शाम 7.30 बजे तक
Share
Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *