राज्य कृषि समाचार (State News)किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

यूट्यूब का ऐसे भी हो सकता है उपयोग, बंजर जमीन से बन गए ये लखपति

11 फ़रवरी 2025, भोपाल: यूट्यूब का ऐसे भी हो सकता है उपयोग, बंजर जमीन से बन गए ये लखपति – यूट्यूब का उपयोग अधिकांश लोग मनोरंजन के लिए ही करते है लेकिन क्या आप यह भी जानते है कि कोई किसान यूट्यूब का उपयोग कर लखपति भी बन सकता है…. ! जी हां मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के एक युवा किसान ने यूट्यूब न केवल यूट्यूब से स्ट्रॉबेरी की खेती करना सीखी वहीं उन्होंने बंजर जमीन पर स्ट्रॉबेरी उत्पादित कर लखपति भी होने का गौरव प्राप्त कर लिया है. जिस किसान की यहां बात हो रही है उनका नाम है कैलाश पवार.

उन्होंने बताया कि  वह जो स्ट्रॉबेरी उगाते हैं, अभी इसकी खेती महाराष्‍ट्र और हरियाणा में होती है. हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि इसकी खेती में लागत (5 लाख प्रति एकड़) ज्यादा आती है, लेकिन कमाई सीधे डबल से भी ज्यादा होती है, जो उनके लिए काफी फायदेमंद है.  कैलाश ने बताया कि वह भुताई गांव में अपनी 6 एकड़ बंजर पथरीली जमीन पर आलू-टमाटर की फसल ले रहे थे, लेकिन उन्‍हें अच्‍छी पैदावार नहीं मिल रही थी. इसलिए उन्होंने फसल चक्र सुधारने का मन बनाया. इस दौरान उन्‍होंने स्ट्रॉबेरी फार्मिंग पर कुछ वीडियो देखे तो और जानकारी जुटाई. बाद में बिछुआ में स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसान वेदांत पवार से मुलाकात की और पुख्ता जानकारी ली. उन्होंने 10 रुपये प्रति नग के भाव से उज्जैन के एक गांव से विंटर डाउन किस्म के स्ट्रॉबेरी के पौधे खरीदे. इसके बाद उन्होंने गोबर खाद और सन की घास का इस्तेमाल कर बंजर पथरीली जमीन को स्ट्रॉबेरी की खेती के लायक बनाया. इसके बाद उन्होंने खेत में 3 फीट की दूरी पर क्यारियां बनाई और सिंचाई करने के बाद डेढ़ इंच गहराई में एक-एक फीट की दूरी रखते हुए स्‍ट्रॉबेरी के पौधे लगाए. इस तरह उन्होंने प्रति एकड़ खेत में 22 हजार पौधे रोपे. उन्होंने सितंबर में यह पौधे लगाए थे, जिससे दो महीने बाद ही पैदावार मिलना शुरू हो जाती है.

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स्ट्रॉबेरी की आस-पास के  शहरों में अच्छी मांग

कैलाश बताते हैं कि छिंदवाड़ा में उगने वाली स्‍ट्रॉबेरी की आस-पास के बड़ी शहरों में अच्‍छी मांग बनी रहती है. ऐसे ही नागपुर में दूर से स्ट्रॉबेरी सप्लाई होने के कारण वह इतनी ताजा नहीं रह पाती, ऐसे में बड़ी मात्रा में यहां से ताजा फलों की सप्लाई होती है. कैलाश ने कहा कि प्रति एकड़ जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती में लगभग 5 लाख रुपये खर्च होते हैं, जबकि मुनाफा डबल से भी ज्यादा करीब 6 लाख रुपये होता है. इस प्रकार वह 6 एकड़ जमीन से सालाना 36 लाख रुपये तक मुनाफा कमा रहे हैं.

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