जयपुर में मनाया गया विश्व मात्स्यिकी दिवस, मत्स्य क्षेत्र और ब्लू इकोनॉमी पर हुई चर्चा
22 नवंबर 2025, जयपुर: जयपुर में मनाया गया विश्व मात्स्यिकी दिवस, मत्स्य क्षेत्र और ब्लू इकोनॉमी पर हुई चर्चा – विश्व मात्स्यिकी दिवस पर शुक्रवार को जयपुर में पशुधन भवन परिसर स्थित मत्स्य चेतना केंद्र कार्यालय में कार्यक्रम हुआ।
कार्यक्रम में मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक डॉ. प्रेम सिंह प्रजापत ने इस दिवस का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि मत्स्य संसाधनों के सरंक्षण, सतत मत्स्य प्रबंधन एवं अन्तर्स्थलीय जल पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा, मछुआरा समुदाय के सामाजिक, आर्थिक सशक्तिकरण और ब्लू इकॉनॉमी के महत्व को रेखांकित करने के लिए विश्व मात्स्यिकी दिवस मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि मत्स्य क्षेत्र वैश्विक खाद्य सुरक्षा एवं रोजगार सृजन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है और विश्व का एक प्रमुख झींगा निर्यातक भी है। भारत विश्व के मत्स्य उत्पादन में लगभग 8 प्रतिशत योगदान देता है और मत्स्य क्षेत्र में लगभग 3 करोड़ से अधिक लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं।
मत्स्य संसाधनों एवं मत्स्य सतत् विकास पर प्रकाश डालते हुए विभाग में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं (पोंड निर्माण, केज कल्चर, मोती पालन, खारा पानी झींगा पालन, बायो फ्लॉक एवं रेसर्कुलटोरी एक्वाकल्चर सिस्टम इत्यादि) के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी एवं प्रचार सामग्री का वितरण किया गया।
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