कस्टम प्रोसेसिंग सेंटर स्कीम पर वेबिनार 24 नवंबर को
22 नवंबर 2021, इंदौर । कस्टम प्रोसेसिंग सेंटर स्कीम पर वेबिनार 24 नवंबर को – कृषक जगत किसान सत्र के अंतर्गत आगामी 24 नवंबर, बुधवार को दोपहर 3 बजे ‘कस्टम प्रोसेसिंग सेंटर स्कीम ‘ विषय पर ऑन लाइन वेबिनार का आयोजन कृषक जगत और कृषि अभियांत्रिकी विभाग, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है, जिसमें ज़ूम और फेसबुक के माध्यम से इस वेबिनार में शामिल हुआ जा सकता है। कृषक, एफपीओ और कृषि व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए यह सुनहरा अवसर है,इसका लाभ उठाएं। यह वेबिनार पूर्णतः निशुल्क है।
इस वेबिनार के प्रमुख वक्ता श्री राजीव चौधरी,संचालक,कृषि अभियांत्रिकी,भोपाल,डॉ मोहन सिंह, विभागाध्यक्ष ,पोस्ट हार्वेस्ट प्रसंस्करण एवं खाद्य अभियांत्रिकी ,कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय ,जबलपुर, डॉ रंजीत सिंह ,प्रधान वैज्ञानिक, खाद्य प्रसंस्करण इंजीनियरिंग,आईसीएआर सीफेट, लुधियाना और श्री रवीन्द्र गुर्जर, प्रबंधक,भारतीय स्टेट बैंक,(कृषि व्यवसाय इकाई ) , भोपाल होंगे, जो कस्टम प्रोसेसिंग से संबंधित नवीनतम जानकारी, नई मशीनों जैसे -सीड ग्रेडर एवं क्लीनर, मिनी दाल मिल ,मिनी राईस मिल ,ऑयल मिल फ़िल्टर प्रेस आदि के अलावा ऋण प्रक्रिया, अनुदान , तकनीकी पहलुओं आदि पर अपने विचार प्रकट करेंगे। कार्यक्रम का संचालन कृषक जगत के संचालक श्री सचिन बोन्द्रिया करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अभी किसानों को उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। केंद्र सरकार किसानों की आय दुगुनी करने के लिए प्रयासरत है। लेकिन सबसे बड़ी बाधा फसल कटाई के बाद होने वाला नुकसान है। नीति आयोग के सदस्य श्री रमेश चंद के अनुसार टिकाऊ अनाज में अनुमानित नुकसान लगभग 10 प्रतिशत है । वहीं दूध, मछली, मांस, अंडे, फल और सब्जियों जैसी वस्तुओं में 10 से 20 प्रतिशत, तो बागवानी उत्पादन में लगभग 16 प्रतिशत हिस्सा कटाई के बाद बर्बाद हो रहा है। इसीलिए सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर ध्यान केंद्रित कर रही है। जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगा। कृषि उपज मूल्य संवर्धन के लिए किसान यदि समूह बनाकर इन मशीनों को अपने गांवों में स्थापित करेंगे, तो इससे न केवल गांवों में उद्योग की स्थापना से रोज़गार के अवसर उपलब्ध होंगे, वहीं उपज की श्रेणी में सुधार से किसानों को अधिक मूल्य मिलेगा। इस वेबिनार में पंजीकरण के लिए इस लिंक पर क्लिक करें –https://forms.gle/