गुजरात में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान, 10 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट; सरकार ने सर्वे के आदेश दिए
30 अक्टूबर 2025, गुजरात: गुजरात में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान, 10 लाख हेक्टेयर फसल नष्ट; सरकार ने सर्वे के आदेश दिए – गुजरात में हाल ही में आई बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राज्य के 33 जिलों में हुई भारी बारिश ने करीब 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रभावित किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए तुरंत सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री जीतू वघानी ने बताया कि कैबिनेट बैठक में पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान पर चर्चा की गई और राहत उपायों पर विचार किया गया।
सरकार ने एसडीआरएफ (राज्य आपदा राहत कोष) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सात दिनों के भीतर सर्वे पूरा करने के निर्देश दिए हैं ताकि प्रभावित किसानों को जल्द वित्तीय सहायता मिल सके। इस सर्वेक्षण में नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि नुकसान का सही आकलन किया जा सके और राहत राशि वितरण में कोई देरी न हो। इसके साथ ही फसलों की भौतिक जांच भी की जाएगी ताकि वास्तविक नुकसान का आंकलन किया जा सके।
बेमौसम बारिश से कपास, मूंगफली और धान की फसलें प्रभावित
राज्य में बेमौसम बारिश के कारण विशेष रूप से कपास, मूंगफली और धान की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इन फसलों पर बारिश का असर गंभीर रूप से पड़ा है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है। कृषि विभाग ने इस स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष “एग्रो एडवाइजरी” जारी की है, ताकि किसान अपनी खड़ी फसलों की सुरक्षा कर सकें।
राहत के लिए सरकार की तैयारियां
मुख्यमंत्री पटेल ने सभी मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सरकार ने प्रभावित किसानों को जल्द राहत पहुंचाने के लिए राहत योजनाओं का जायजा लिया है। सरकार ने एसडीआरएफ के तहत सहायता देने के अलावा अतिरिक्त मदद देने पर भी विचार किया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी दिनों में राज्य में और बारिश की संभावना जताई है। अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र के कारण 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। IMD ने किसानों को सलाह दी है कि वे केवल साफ मौसम में अपनी पकी हुई फसलों की कटाई करें और उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें। इसके अलावा, मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी भी दी गई है, क्योंकि 2 नवंबर तक समुद्र में ऊंची लहरें और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
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