राज्य कृषि समाचार (State News)

बान्याखेड़ी के बाशिंदों की अनूठी पहल

चंदा एकत्रित कर श्मशान पहुँच मार्ग बनाया

15 जून 2021, इंदौर । बान्याखेड़ी के बाशिंदों की अनूठी पहल – देपालपुर तहसील के ग्राम बान्याखेड़ी के ग्रामीणों द्वारा जब जन प्रतिनिधियों (सरपंच , विधायक और सांसद) से श्मशान पहुँच मार्ग बनाए जाने का बार-बार अनुरोध किया ,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों ने ही चंदा एकत्रित कर गत दिनों श्मशान घाट तक का रोड़ बनाकर तैयार कर दिया। स्मरण रहे कि बान्याखेड़ी के किसानों ने कुछ दिनों पूर्व खेत तक जाने का मार्ग भी चंदा इकट्ठा कर बनाया था।

उक्त जानकारी देते हुए ग्राम शाहपुरा के प्रगतिशील किसान श्री लाखन सिंह ने कृषक जगत   को बताया कि श्मशान तक का पहुँच मार्ग बनाए जाने की वाजिब मांग पर जब जन प्रतिनिधियों ने उपेक्षित रवैया अपनाया, तो किसानों ने स्वयं पहल कर चंदा एकत्रित किया और श्मशान तक पहुँच मार्ग बना दिया और रोड़  के दोनों तरफ तार फेंसिंग भी करवा दी, ताकि रास्ते पर अतिक्रमण नहीं हो सके । बता दें  कि बान्याखेडी में श्मशान घाट के लिए श्रीमेहरबान सिंह दरबार ने अपनी निजी जमीन दान की थी जिस पर सरकार ने शव दाह स्थल तो बना दिया, लेकिन वहां तक आने -जाने का मार्ग अभी तक नहीं बनाया,  जिसके कारण  बारिश के दिनों में यदि गांव में किसी की मृत्यु हो जाने पर ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था । श्री सिंह ने कहा कि शव के अग्नि संस्कार के लिए लकड़ी- कंडे सिर पर रख कर श्मशान घाट तक ले जाना पड़ते थे ।  

इसके बाद श्री राजेंद्रसिंह दरबार ने गांव के कुछ युवाओं से चर्चा कर सामूहिक आर्थिक सहयोग से यह मार्ग बनाने की इच्छा जाहिर की तो सब ने मिलकर चंदा इकट्ठा किया।  जिसमें मुख्य रूप से गांव के श्री नरेन्द्रसिंह सोलंकी , श्री दुलेसिंह दरबार श्री आनंदसिंह श्री जितेंद्रसिंह तंवर,  श्री लाखनसिंह, श्री  देवेन्द्र विश्वकर्मा, श्री  मदन परमार , श्री रामप्रसाद, श्री  महेश, श्री  बबलू श्री  विनय एवं  श्री बनेसिंह आदि ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक बढ़ -चढ़ कर चंदा दिया। श्मशान घाट के रास्ते पर पहले मिट्टी डलवाई फिर मुरम डलवा कर रास्ता तैयार कर दिया ।  मिट्टी, पत्थर ,चौड़ीकरण , दबाई और तार फेंसिंग में करीब 72 हजार की लागत आई।

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