राज्य कृषि समाचार (State News)

बिहार में दो दिवसीय आम महोत्सव संपन्न: आम की 5000 से अधिक अनोखी किस्मों को देखने उमड़ी भीड़

01 जुलाई 2025, पटना: बिहार में दो दिवसीय आम महोत्सव संपन्न: आम की 5000 से अधिक अनोखी किस्मों को देखने उमड़ी भीड़ – बिहार की राजधानी पटना स्थित ज्ञान भवन में आयोजित दो दिवसीय आम महोत्सव 2025 रविवार को सफलता के साथ संपन्न हो गया। महोत्सव में राज्य भर से आए आम उत्पादकों ने 5000 से अधिक किस्मों का प्रदर्शन किया, जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में आमजन, किसान, उद्यान विशेषज्ञ और आम प्रेमी जुटे।

राज्य के बागवानी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने और आम उत्पादकों को एक साझा मंच देने के उद्देश्य से आयोजित इस महोत्सव ने आम की अनगिनत प्रजातियों की विविधता और गुणवत्ता को जनता के समक्ष प्रस्तुत किया।

राज्यभर से आए 800 से अधिक उत्पादक

महोत्सव में राज्य के सभी जिलों से करीब 800 आम उत्पादकों ने भाग लिया। इन उत्पादकों द्वारा लाए गए मालदह, जर्दालु, गुलाबखास, लंगड़ा, दशहरी, फज़ली, बेन्जीर, अकबरी और हुस्न-आ-आरा जैसे नामी और दुर्लभ किस्मों ने दर्शकों को खासा आकर्षित किया।

महोत्सव में ‘आम खाओ और इनाम पाओ’ जैसी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिसमें बच्चों और किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सरकार की पहल से बढ़ा उत्साह

इस महोत्सव का उद्घाटन शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उत्पादकों से बातचीत भी की थी। इस आयोजन का थीम था — “पुराने बागों का जीर्णोद्धार, भावी पीढ़ियों को उपहार”।

बिहार सरकार के अनुसार राज्य में लगभग 1.65 लाख हेक्टेयर में आम की खेती होती है और कृषि रोड मैप के तहत पिछले डेढ़ दशक में उत्पादन में 82% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

कृषि विभाग द्वारा आयोजित यह महोत्सव न केवल किसानों के लिए एक प्रेरणा बना बल्कि आम के व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों, प्रसंस्करणकर्ताओं और निर्यातकों को भी एक साझा मंच मिला।

बागवानी क्षेत्र को मिली नई ऊर्जा

राज्य सरकार द्वारा संचालित आम विकास योजना और केंद्रों के सहयोग से बिहार के किसान अब आधुनिक तकनीकों और विपणन साधनों से लैस हो रहे हैं। भागलपुर के प्रसिद्ध जर्दालु आम को पहले ही जीआई टैग मिल चुका है, जो बिहार के आमों की पहचान को वैश्विक स्तर पर मजबूत करता है।

महोत्सव के सफल आयोजन से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ कि बिहार न सिर्फ आम उत्पादन में अग्रणी है, बल्कि स्वाद, गुणवत्ता और विविधता के लिहाज से भी देशभर में अपनी खास पहचान बनाए हुए है।

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