राजस्थान में किसानों को खाद की कमी नहीं, डीएपी और यूरिया का भरपूर स्टॉक उपलब्ध
28 अगस्त 2025, भोपाल: राजस्थान में किसानों को खाद की कमी नहीं, डीएपी और यूरिया का भरपूर स्टॉक उपलब्ध – राज्य सरकार किसानों के हित में पूरी तरह से प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है कि खेती-किसानी में किसी भी तरह की परेशानी न हो। इसी कड़ी में यूरिया और डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की पर्याप्त उपलब्धता और उचित कीमत पर आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कृषि विभाग और राज्य सरकार द्वारा उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
यूरिया और डीएपी की उपलब्धता पर खास ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा उर्वरकों की दैनिक उपलब्धता पर लगातार निगरानी की जा रही है। जिन जिलों और ब्लॉकों में खाद की मांग ज्यादा है और उपलब्धता कम है, उन्हें चिन्हित करके प्राथमिकता के आधार पर पारदर्शिता के साथ वितरण किया जा रहा है। साथ ही, जमाखोरी और कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि विभाग पूरी सतर्कता के साथ काम कर रहा है।
उर्वरकों की कालाबाजारी पर सख्ती
किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड में सुझाए गए उर्वरकों के अनुसार ही उपयोग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उर्वरकों का वितरण प्रशासन और विभागीय कर्मचारियों की निगरानी में पंक्तिबद्ध तरीके से कराया जा रहा है ताकि सभी किसानों को बराबरी से खाद मिल सके। जिन विक्रेताओं या कारोबारियों द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी या जमाखोरी की जा रही है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए गए हैं।
राज्य में सरसों की अग्रिम बुवाई करने वाले जिलों में किसान पहले ही डीएपी खरीद कर उसका भंडारण कर रहे हैं ताकि समय पर फसल की तैयारी हो सके।
खरीफ 2025 के लिए खाद की स्थिति मजबूत
राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ लगातार समन्वय बनाकर काम कर रही है ताकि राज्य की मांग के अनुसार उर्वरकों की आपूर्ति समय पर हो सके। खरीफ 2025 के लिए अप्रैल से अगस्त तक भारत सरकार द्वारा 8 लाख 82 हजार मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया गया, जिसमें से अब तक 8 लाख 23 हजार मीट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है। अगस्त के शेष दिनों में 59 हजार मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की जा रही है।
डीएपी की बात करें तो अप्रैल से अगस्त तक केंद्र सरकार द्वारा 4 लाख 75 हजार मीट्रिक टन डीएपी आवंटित किया गया था, जिसमें से अब तक 3 लाख 59 हजार मीट्रिक टन डीएपी की आपूर्ति हो चुकी है। शेष 27 हजार मीट्रिक टन की आपूर्ति प्रस्तावित है।
राज्य में उर्वरकों का भरपूर स्टॉक उपलब्ध
फिलहाल प्रदेश में 1 लाख 86 हजार मीट्रिक टन यूरिया, 1 लाख 20 हजार मीट्रिक टन डीएपी, 81 हजार मीट्रिक टन एनपीके और 1 लाख 93 हजार मीट्रिक टन एसएसपी खाद का स्टॉक मौजूद है। यह पिछले साल की तुलना में फॉस्फेटिक उर्वरकों का 1 लाख मीट्रिक टन अधिक स्टॉक है। इसके अलावा यूरिया की लगभग 8,000 मीट्रिक टन और डीएपी की 10,900 मीट्रिक टन खाद रेल द्वारा प्रदेश में लाई जा रही है।
केंद्र सरकार की ओर से खाद का आवंटन हर महीने और हर कंपनी के हिसाब से किया जाता है। राज्य सरकार उसी के अनुसार जिलेवार आपूर्ति योजना बनाकर खाद का वितरण सुनिश्चित कर रही है। इससे किसानों को समय पर खाद उपलब्ध हो रही है और खेती में किसी तरह की बाधा नहीं आ रही है।
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