सोयाबीन फसल पर बढ़ा कीटों का खतरा, पुष्पन-फलन के इस चरण में किसान करें तुरंत कीट नियंत्रण
27 अगस्त 2025, भोपाल: सोयाबीन फसल पर बढ़ा कीटों का खतरा, पुष्पन-फलन के इस चरण में किसान करें तुरंत कीट नियंत्रण – मध्यप्रदेश में खरीफ सीजन की प्रमुख फसल सोयाबीन , उड़द, मूंगफली आदि अब पुष्पन-फलन की महत्वपूर्ण अवस्था में है।कृषि वैज्ञानिक के अनुसार, इस समय सोयाबीन की फसल पर गर्डल बीटल, तना मक्खी, सफेद मक्खी कीटों मूंगफली में सफेद सुण्डी, मक्का में फॉल आर्मी वर्म, धान में पत्ती लपेटक एवं उड़द में सफेद मक्खी का प्रकोप देखा जा रहा है, जिससे फसल को भारी नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। कृषि वैज्ञानिकों और कृषि विभाग ने किसानों को सतर्क करते हुए तुरंत कीट नियंत्रण के उपाय अपनाने की सलाह दी है ताकि फसल स्वस्थ बनी रहे और उत्पादन प्रभावित न हो।
सोयाबीन में कीटों की रोकथाम के लिए इन कीटनाशकों का करें इस्तेमाल
तना मक्खी के लिए कीटनाशक:
1. थायमिथोक्सम
2. लैम्बडा सायहॅलोथिन (125 मिली प्रति हेक्टेयर)
3. लैम्बडा सायहेलोथिन 04.90 सी.एस. (300 मिली प्रति हेक्टेयर)
4. क्लोरएन्ट्रानिलिप्रो ल लैम्बडा सायहॅलोथिन (200 मिली प्रति हेक्टेयर)
5. आइसोसायक्लोसेरम 9.2% W/W (600 मिली प्रति हेक्टेयर)
6. कार्टाप हाइड्रो क्लोराइड 04% + फिप्रोनिल CG (200 मिली प्रति हेक्टेयर)
सफेद मक्खी के लिए कीटनाशक:
-बीटासायफ्लुथ्रिन
-इमिडाक्लोप्रिड ओडी (350 मिली प्रति हेक्टेयर)
-एसिटेमिप्रिड 25% + बायफेन्थिन 25% WG (250 ग्राम प्रति हेक्टेयर)
-थायमिथोक्सम + लैम्बडा सायहॅलोथिन (125 मिली प्रति हेक्टेयर)
-क्लोरएन्ट्रानिलिमोल 18.5 एस.सी. (150 मिली प्रति हेक्टेयर)
हरी इल्ली, चने की इल्ली, तम्बाकू की इल्ली के लिए कीटनाशक:
-स्पायनेटोरम 11.7 एस.सी. (450 मिली प्रति हेक्टेयर)
-फ्लूबेडियामाइड 39.35 एस.सी. (150 ग्राम प्रति हेक्टेयर)
-इमामेक्टिन बेंजोएट 01.90 ई.सी. (425 मिली प्रति हेक्टेयर)
-फ्लूबेडियामाइड 20 डब्ल्यू.जी. (250-300 ग्राम प्रति हेक्टेयर)
-ब्रोफ्लानिलाइड 300 एस.सी. (42-62 ग्राम प्रति हेक्टेयर)
-टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एस.सी. (250-300 मिली प्रति हेक्टेयर)
गर्डल बीटल के लिए कीटनाशक:
– थायक्लोप्रिड 21.7 एस.सी. (750 मिली प्रति हेक्टेयर)
-इमामेक्टिन बेंजोएट 01.90% ई.सी. (425 मिली प्रति हेक्टेयर)
-प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. (1250 मिली प्रति हेक्टेयर)
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