यूपी में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा इसलिए सरकार करेगी 2500 करोड खर्च
23 अप्रैल 2025, भोपाल: यूपी में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा इसलिए सरकार करेगी 2500 करोड खर्च – उत्तर प्रदेश की सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का काम कर रही है और इसके लिए आगामी दो वर्षों के दौरान सरकार कोई 2500 करोड रूपए भी खर्च करेगी. बता दें कि राज्य की योगी सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कई योजनाओं का संचालन कर रही है.
सरकार का मानना है कि प्राकृतिक खेती करने से न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी वहीं किसानों को भी आर्थिक लाभ अच्छे से प्राप्त होगा. रिपोर्ट के मुताबिक बुंदेलखंड और गंगा के तटवर्ती इलाकों के बाद गंगा की सहायक नदियों के दोनों किनारों पर भी सरकार प्राकृतिक खेती का दायरा बढ़ा रही है. इसके लिए ‘कृषि सखियों’ की नियुक्ति की जाएगी और हर जिले में दो ‘बायो-इनपुट रिसर्च सेंटर (बीआरसी) भी खुलेंगे.
एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. आपको बता दें कि राज्य में प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्राकृतिक खेती का तरीका सिखाने के लिए प्रति माह 5,000 रुपये के मानदेय पर ‘कृषि सखियों’ की नियुक्ति की जाएगी. इनको संबंधित जिले के कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे. आधिकारिक बयान के अनुसार, प्राकृतिक खेती के लिए हर जिले में दो ‘बायो-इनपुट रिसर्च सेंटर (बीआरसी) भी खुलेंगे. सरकार की मंशा 282 ब्लाक, 2,144 ग्राम पंचायतों के करीब 2.5 लाख किसानों को इससे जोड़ने की है. खेती क्लस्टर में होगी. हर क्लस्टर 50 हेक्टेयर का होगा. सरकार इस योजना पर अगले दो वर्ष में करीब 2,500 करोड़ रुपये खर्च करेगी. उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि मिट्टी में भारी धातुओं की लगातार बढ़ती मात्रा कृषि क्षेत्र के लिए बड़ा संकट है. रिपोर्ट के मुताबिक़ योगी सरकार बुंदेलखंड (झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा और चित्रकूट) में गो आधारित प्राकृतिक खेती मिशन चला रही है. यहाँ किसानों को गोबर व गोमूत्र से ही खाद और कीटनाशक (जीवामृत, बीजामृत और घनजीवामृत) जैसे मिश्रण बनाने का तरीका सिखाया जा रहा है. प्रदेश सरकार ने कहा कि प्राकृतिक खेती मिशन के पहले और दूसरे चरण के लिए सरकार ने 13.16 करोड़ रुपये जारी भी किए हैं.
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