मूंग की खेती से भी किसान हो सकते है मालामाल, ये है दस टॉप किस्में
22 फ़रवरी 2025, भोपाल: मूंग की खेती से भी किसान हो सकते है मालामाल, ये है दस टॉप किस्में – जी हां किसान भाई मूंग की खेती से भी मालामाल हो सकते है. यही कारण है कि अन्य उपज के साथ अधिकांश किसानों द्वारा मूंग का भी उत्पादन किया जाता है. हालांकि कृषि वैज्ञानिकों का यह कहना है कि गर्मी के मौसम में भी मूंग की बुवाई कर किसान लाभ प्राप्त कर सकते है, शर्त यह है कि किसानों के पास पानी की व्यवस्था पर्याप्त हो.
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार 25 मार्च तक खेत तैयार कर किसान मूंग की बुवाई कर सकते हैं. इसके लिए किसान भाई ऐसी किस्म का चुनाव करें जो रोग प्रतिरोधी हो. साथ ही कम दिनों में तैयार होकर अच्छी उपज दे. मूंग की ऐसी किस्म भी बाजार में उपलब्ध है जो महज 50 दिनों में ही तैयार हो जाती हैं.
कृषि वैज्ञानिकों ने मूंग की ऐसी टॉप दस किस्में बताई है जिनकी बुवाई कर किसान भाई अधिक से अधिक लाभ कमा सकते है .
क्या है ये दस किस्में
आई.पी.एम.205-7 (विराट)- यह किस्म 52 से 55 दिन में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर 12 से 14 क्विंटल उपज देती है. गर्मी के मौसम में सबसे उपयुक्त किस्म में से एक है, साथ ही पीला मोजेक रोग रोधी हैं.
हम-16 किस्म, यह बुआई के बाद 55 से 58 दिन में कटकर घर आ जाती है, गर्मी के मौसम में कम समय में पकने वाली किस्म है, साथ ही इसमें पीला मोजेक होने का भी खतरा नहीं होता है, इसकी उपज 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक मिल जाती है.
आई.पी.एम.99-125 (मेहा.) – गर्मी के मौसम में यह किस्म प्रति हेक्टेयर 15 क्विंटल तक का उत्पादन देती है, यह 60 से 62 दिन में आने वाली फसल है.
पी.डी.एम.11- मूंग की यह वैरायटी गर्मी के दिनों में 8 से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की उपज दे देती है, और यह 60 से 65 दिन की फसल होती है अगर फरवरी के महीने में इसकी बुवाई हो जाए तो यह अप्रैल के आखिरी सप्ताह तक बाजार में बेची जा सकती है,
टी.जे.एम-3 मूंग की वैरायटी, 61-70 दिन की फसल होती है इसका उत्पादन 8 से 10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का मिलता है, यह वैरायटी पीला मोजेक और पाउडरी मिल्ड्यू प्रतिरोधी होती है.
आई.पी.एम.512-1 (सूर्या) मूंग किस्म, 60 दिन में फसल पककर तैयार हो जाती है 12 कुंतल तक का उत्पादन देती है,
आई.पी.एम.02-03 मूंग किस्म 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज देती है गर्मी के मौसम में यह 68 दिनों में पककर तैयार हो जाती है.
पी.डी.एम.139 (सम्राट)- मूंग की किस्म 60 से 65 दिन में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर 12 क्विंटल तक की उपज दे देती है यह भी पीला मोजेक रोधी होती है.
आई.पी.एम.2-14 वैरायटी 62 से 65 दिन में तैयार हो जाती है इसकी विशेषता है कि इसमें पीला मोजेक रोग नहीं लगता है और इसकी उपज 12 क्विंटल तक होती है.
आई.पी.एम.410-3 (शिखा) – मूंग की यह किस्म में पीला मोजेक के साथ पाउडरी मिल्ड्यू रोग रोधी भी होती है जिसकी वजह से इसका उत्पादन भी अच्छा होता है यह 65 से 70 दिन में आने वाली फसल है.
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