कलेक्टर ने खाद की उपलब्धता, वितरण तथा फसल क्षति की समीक्षा की
27 सितम्बर 2025, उज्जैन: कलेक्टर ने खाद की उपलब्धता, वितरण तथा फसल क्षति की समीक्षा की – कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में खाद की उपलब्धता एवं वितरण तथा फसल क्षति की राजस्व अनुभागवार समीक्षा कर कृषि विभाग से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में किसानों को उर्वरक वितरण में गड़बड़ी ना होने पाएं। समितियों की मॉनिटरिंग कर खाद की उपलब्धता एवं किसानों में खाद का वितरण समय पर सुनिश्चित किया जाएं। जिले के किसी भी अनुभाग में खाद की कमी ना आए। खाद वितरण में गड़बड़ी होने पर संबंधित के विरूध्द सख्त कार्यवाही की जाएंगी।
कलेक्टर सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने अधीनस्थ अधिकरियों/कर्मचारियों से समय पर काम लिया जाएं और काम में लापरवाही करने वाले के विरूध्द कड़ी कार्यवाही की जाएं। कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि यथाशीघ्र दस समितियों की निर्धारित प्रारूप में जानकारी उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन प्रात: 10 बजे एक स्थान पर बैठक आयोजित कर समीक्षा की जाए। बैठक में की गई कार्यवाही तथा बैठक का फोटो उन्हें प्रतिदिन भेजना सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर ने वीसी के माध्यम से तहसीलवार राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों से खाद की उपलब्धता, उसके वितरण की समीक्षा कर निर्देश दिए कि कही पर भी उर्वरक वितरण में किसानों की लंबी कतारें ना लगे, इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएं। किसानों को समय पर खाद बीज का वितरण हो यह सुनिश्चित किया जाएं। जिले में कहीं पर भी खाद बीज की समस्या ना हो तथा आने वाले त्योहारों पर कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक बनी रहें, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएं।
बैठक में कलेक्टर ने प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति, फसल में बीमारी, फसल नुकसानी की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल क्षति आदि की जानकारी यथाशीघ्र भेजना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जिले के समस्त राजस्व विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधीनस्थ तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों को क्षेत्र का भ्रमण कर किसानों से चर्चा कर फसल नुकसानी की जानकारी प्राप्त कर उन्हें संतुष्टि दिलवाएं।
बैठक में अवगत गया कराया कि जिले में कहीं पर भी प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति की स्थिति निर्मित होने पर राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधानों के अंतर्गत क्षति का आकलन कर राहत उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने संबंधितों को निर्देश दिये है कि आंशिक फसल नुकसानी के सर्वेक्षण कार्य में पूर्ण पारदर्शिता की जाएं। बैठक में बताया गया की जिले में 5 लाख से अधिक हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बोई गई हैं। जिले की उज्जैन एवं घट्टिया तहसील में 240 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षति हुई हैं। उज्जैन तहसील में 33 से 50 प्रतिशत तक 374 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल नुकसानी हुई हैं। इस तरह जिले में कुल 625 हेक्टेयर फसल नुकसानी पर आरबीसी 6-4 के प्रावधानों के तहत राहत उपलब्ध कराई जाएगी।
खाद की समीक्षा के दौरान बैठक में बताया गया की जिले में खाद की उपलब्धता एक लाख 6 हजार 806 मेट्रिक टन हैं। अभी तक जिले में 73 हजार 582 मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका हैं।
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