मध्य प्रदेश में जल संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवियों का सम्मान होगा: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
13 जून 2024, भोपाल: मध्य प्रदेश में जल संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवियों का सम्मान होगा: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल संरक्षण और जल स्त्रोत सहेजने में लगे समाजसेवियों को सम्मानित करने का आह्वान किया है। उन्होंने विभिन्न जिलों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत हुए अच्छे कार्यों और नवाचारों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने पिछले छह महीनों में जनकल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। उन्होंने जल संरक्षण के लिए पर्यटन विकास वाले स्थानों का चयन करने और ग्रामीण क्षेत्रों में स्व-सहायता समूहों का सहयोग प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। विश्व पर्यावरण दिवस, 5 जून से शुरू हुए जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन 16 जून को होगा, लेकिन जल संरक्षण गतिविधियां निरंतर जारी रहेंगी।
अभियान के तहत मंडला जिले में 11.5 लाख पौधे रोपने की पहल की गई है, जबकि जबलपुर में तालाबों के पास पूजन सामग्री के विसर्जन के लिए अलग स्थान बनाए गए हैं। सागर जिले में महाविद्यालय के लिए ढाई करोड़ रुपए का दान देने वाले व्यक्ति को सम्मानित किया जाएगा। बुरहानपुर जिले में ताप्ती घाट की सफाई और वर्षा जल संचयन के प्रयास किए गए हैं। इंदौर में सभी 85 वार्डों में जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इंदौर और उज्जैन में नदियों के उद्गम स्थलों को विकसित और प्रचारित करने के निर्देश दिए। खरगोन जिले में शाला भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग और आम जनता को गाद ले जाने की सुविधा देने की पहल की गई है। रायसेन और अन्य जिलों में नदियों के उद्गम स्थलों का निरीक्षण किया गया है। उज्जैन में तालाबों के गहरीकरण और नदियों के घाटों की साफ-सफाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री यादव ने तराना में देवी अहिल्या द्वारा निर्मित प्राचीन अहिल्या बावड़ी के जीर्णोद्धार के निर्देश भी दिए। उद्यानिकी विभाग ने बताया कि प्रदेश में विभिन्न प्रजातियों के साढ़े चार लाख पौधे लगाने की तैयारी की गई है और जुलाई-अगस्त में पौधरोपण का कार्य किया जाएगा।