राज्य कृषि समाचार (State News)

देवास में पुनर्योजी कृषि केंद्र का हुआ शुभारम्भ

02 सितम्बर 2023, देवास: देवास में पुनर्योजी कृषि केंद्र का हुआ शुभारम्भ – देवास में निर्मित पुनर्योजी कृषि केंद्र का शुभारंभ उपसंचालक कृषि श्री आर.पी कनेरिया द्वारा किया गया। पुनर्योजी कृषि केंद्र के माध्यम से जिला देवास, उज्जैन, शाजापुर एवं आगर-मालवा के 20 हजार सोया किसानों को पुनर्योजी कृषि से जोड़ा जाकर उनकी सोयाबीन फसल के प्रमाणीकरण प्रक्रिया को क्रियान्वित किया जाएगा। केंद्र में किसानों से संबंधित डाटा का संधारण एवं किसान प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था की गई है। इस मौके पर सॉलिडरीडाड संस्था के महाप्रबंधक, उपसंचालक कृषि विभाग, प्रोजेक्ट संचालक आत्मा परियोजना, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एवं उद्यानिकी विभाग के पदाधिकारी भी उपस्थित थे ।

उपसंचालक कृषि श्री आर.पी कनेरिया ने फसल विविधता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मौसम के जोखिम को कम करने के लिए प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग बढ़ाना चाहिए। वहीं सॉलिडरीडाड संस्था के महाप्रबंधक डॉ. सुरेश मोटवानी द्वारा बताया गया कि “मध्यप्रदेश सोयाबीन उत्पादन में देश में अग्रणी राज्य है। यहाँ के किसानों को पुनर्योजी कृषि जैसी उन्नत तकनीक से जोड़कर सोया उत्पादन में वृद्धि संभव है, जिससे देश में खाद्य तेल के आयात को कम किया जा सकता है। साथ ही सोयाबीन देश में खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण फसल है। पुनर्योजी कृषि से किसानों को न केवल अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी बल्कि हमारी आनेवाली पीढ़ी को हम स्वस्थ्य जमीन भी दे पाएंगे।”

Advertisement
Advertisement

कार्यक्रम में सॉलिडरीडाड संस्था के सहयोग से निर्मित 4 किसान उत्पादक संगठन के संचालक, विप्पी इंडस्ट्रीज़, पूर्वी-वेस्ट सीड्स एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। पुनर्योजी कृषि पारिस्थितिकी तंत्र, मिट्टी और जैव विविधता के संतुलन पर केंद्रित है। इसके तहत किसानों को कृषि की ऐसी पद्धतियाँ बताई जाती है ,जिससे उनकी निर्भरता रासायनिक उर्वरक की ओर कम हो, इसके तहत मृदा स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement