राजस्थान: केवीके आबूसर में शुरू हुई उर्वरक विक्रेताओं की ट्रेनिंग, 15 दिन बाद मिलेगा लाइसेंस
24 जुलाई 2025, भोपाल: राजस्थान: केवीके आबूसर में शुरू हुई उर्वरक विक्रेताओं की ट्रेनिंग, 15 दिन बाद मिलेगा लाइसेंस – कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) आबूसर में मंगलवार को 15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रेता प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। यह प्रशिक्षण 5 अगस्त तक चलेगा। इसमें जिले के 33 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परिषद के सीईओ रणजीत सिंह गोदारा ने कहा कि वर्तमान में खेती में असंतुलित और जरूरत से ज्यादा उर्वरकों का उपयोग हो रहा है। इसका सीधा असर स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ रहा है। इसलिए अब जरूरत है कि कृषि आदान विक्रेताओं को वैज्ञानिक जानकारी दी जाए ताकि वे किसानों को सही सलाह दे सकें।
किसान नहीं पहुंच पाते वैज्ञानिकों तक, विक्रेताओं की भूमिका अहम
गोदारा ने कहा कि ज़्यादातर किसान कृषि वैज्ञानिकों या अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाते, वे उर्वरक विक्रेताओं से ही जानकारी लेकर उपयोग करते हैं। इसलिए जरूरी है कि विक्रेताओं के पास सटीक और वैज्ञानिक जानकारी हो ताकि किसान सही उर्वरकों का चयन कर सकें।
प्रशिक्षण से बढ़ेगा ज्ञान
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. दयानंद ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आदान विक्रेताओं को संतुलित उर्वरक उपयोग के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र की ओर से 12 प्रशिक्षण कार्यक्रम हो चुके हैं, जिनमें 450 से अधिक विक्रेताओं को लाभ हुआ है। इससे उन्हें रोजगार मिला है और उन्होंने किसानों की पैदावार बढ़ाने में योगदान भी दिया है।
15 दिन में मिलेगा उर्वरक विक्रेता का लाइसेंस
प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रतिभागी कृषि विभाग से खुदरा उर्वरक विक्रेता का लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। 15 दिवसीय ट्रेनिंग के दौरान उन्हें समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन की सैद्धांतिक और प्रायोगिक जानकारी दी जाएगी, जिसे विषय विशेषज्ञ पढ़ा रहे हैं।
कार्यक्रम में 33 प्रतिभागियों ने लिया भाग
इस प्रशिक्षण में जिले के 33 प्रतिभागी शामिल हैं। कार्यक्रम का संचालन उद्यान विशेषज्ञ डॉ. रशीद खान ने किया। इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कुमार, देवीलाल, सचिन, रमन मीणा समेत सभी प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
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