राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान: अधिक दाम में यूरिया बेचना पड़ा महंगा, कृषि विभाग ने व्यापारियों के लाइसेंस किए निलंबित

08 अगस्त 2025, भोपाल: राजस्थान: अधिक दाम में यूरिया बेचना पड़ा महंगा, कृषि विभाग ने व्यापारियों के लाइसेंस किए निलंबित – राजस्थान के संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) दिनेश कुमार जागा ने जानकारी देते हुए बताया कि तहसील भोपालसागर के ग्राम आकोला स्थित मैसर्स विजयलक्ष्मी कृषि सेवा केन्द्र का उर्वरक / बीज / कीटनाशी विक्रय अनुज्ञापत्र (लाइसेंस) निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई इस कारण की गई क्योंकि केन्द्र द्वारा यूरिया का विक्रय तय कीमत से अधिक दाम में किया जा रहा था।

गोपनीय सूचना के आधार पर औचक निरीक्षण

सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) कपासन भगवान सिंह कुम्पावत को एक गोपनीय सूचना मिली थी। इसके आधार पर उन्होंने उर्वरक निरीक्षकों की टीम के साथ अचानक निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि:

Advertisement
Advertisement

1. विक्रय केन्द्र पर मूल्य सूची प्रदर्शित नहीं थी
2. स्टॉक रजिस्टर संधारित नहीं किया गया था
3. विभागीय अधिकारियों की गैरमौजूदगी में यूरिया बेचा जा रहा था
4. और यूरिया की बिक्री तय कीमत से अधिक दर पर की गई।

लाइसेंस निलंबन की सिफारिश और कार्रवाई

इन गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) कपासन ने अनुज्ञापत्र निलंबित करने की सिफारिश की। इस सिफारिश पर कार्यवाही करते हुए मैसर्स विजयलक्ष्मी कृषि सेवा केन्द्र का लाइसेंस अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है।

Advertisement8
Advertisement

अन्य विक्रेताओं को सख्त चेतावनी

दिनेश कुमार जागा ने जिले के सभी उर्वरक विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं। दुकान के बाहर मूल्य सूची स्पष्ट रूप से लगाई जाए और स्टॉक रजिस्टर नियमित रूप से अपडेट किया जाए।  उर्वरकों की बिक्री सिर्फ विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में और तय दर पर ही की जाए।

Advertisement8
Advertisement

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में किसी विक्रेता द्वारा इस प्रकार की अनियमितता की जाती है, तो उसके खिलाफ नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.global-agriculture.com

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement