मध्य प्रदेश में 1 करोड़ 39 लाख हेक्टेयर में ली जाएंगी रबी फसलें
89 लाख हेक्टेयर में होगा गेहूं
- (अतुल सक्सेना)
17 अक्टूबर 2022, भोपाल । प्रदेश में 1 करोड़ 39 लाख हेक्टेयर में ली जाएंगी रबी फसलें – प्रदेश में इस वर्ष रबी 2022-23 में 1 करोड़ 39 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में रबी फसलें लगाई जाएंगी। गत वर्ष 1 करोड़ 38 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें ली गई थीं। इस वर्ष लगभग 1 लाख हेक्टेयर क्षेत्र अधिक कवर करने का लक्ष्य है। दूसरी तरफ अक्टूबर के पहले पखवाड़े में बेमौसम बरसात के कारण खरीफ की कटाई तथा रबी की बोनी पिछड़ गई है। आधा अक्टूबर बीत गया है परन्तु रबी की बोवाई अभी तक शुरू नहीं हुई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 1.50 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई थी।
कृषि विभाग के मुताबिक इस वर्ष राज्य में 139 लाख 80 हजार हेक्टेयर में रबी फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें प्रमुख फसल गेहूं की बोनी 89.02 लाख हेक्टेयर में की जाएगी। गत वर्ष गेहूं 92 लाख हेक्टेयर में बोया गया था। चालू रबी में मुख्यत: गेहूं का रकबा लगभग 3 लाख हेक्टेयर कम कर दलहनी एवं तिलहनी फसलों का रकबा बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे दालों के आयात पर निर्भरता कम की जा सके तथा तेलों की बढ़ती कीमत को नियंत्रित किया जा सके। वहीं खाद्यान्न फसलों के तहत जौ की बोनी 1.30 लाख हेक्टेयर में होगी।
जानकारी के मुताबिक राज्य में दलहनी फसलों के तहत मुख्य रूप से चने की बोनी 24.47 लाख हेक्टेयर में, मसूर 6.49 तथा मटर 2.80 लाख हेक्टेयर में बोई जाएगी। इसी प्रकार तिलहनी फसलों में मुख्यत: सरसों की बुवाई 13.06 लाख हेक्टेयर में तथा अलसी 1.27 लाख हेक्टेयर में ली जाएगी। इस वर्ष सरसों का रकबा गत वर्ष की तुलना में लगभग 5 लाख हेक्टेयर बढ़ाया गया है। वहीं रबी की नकदी फसल गन्ने की बुवाई 1.39 लाख में होगी।
जानकारी के मुताबिक इस वर्ष रबी में उर्वरकों के उपयोग में कमी लाने के उद्देश्य से तथा मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है, इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं राज्य में उर्वरकों की पर्याप्त व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक चालू वर्ष से केन्द्र द्वारा उर्वरक के लिए पूरे सीजन का लक्ष्य देना बंद कर दिया गया है। अब प्रत्येक माह के लिए आवश्यकता अनुसार उर्वरक आवंटित किए जाते हैं। जानकारी के मुताबिक 11 अक्टूबर की स्थिति में राज्य में यूरिया 19.09 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 9.80 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 3.42 लाख मीट्रिक टन और एसएसपी 8.58 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध है। गत वर्ष से इस वर्ष अब तक प्रत्येक उर्वरक का अधिक भंडारण हुआ है। लेकिन विक्रय गत वर्ष से कम है और शेष स्कंध की मात्रा यूरिया 2.51 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 1.98 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 1.31 लाख मीट्रिक टन, एसएसपी 3.50 लाख मीट्रिक टन है। इस महीने प्राप्त होने वाली संभावित उर्वरक मात्रा 11.84 लाख मीट्रिक टन है।
प्रमुख रबी फसलों का बुवाई लक्ष्य (लाख हे. में)
फसल | लक्ष्य |
गेहूं | 89.02 |
जौ | 1.3 |
चना | 24.47 |
मसूर | 6.49 |
मटर | 2.8 |
सरसों | 13.06 |
अलसी | 1.27 |
गन्ना | 1.39 |
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