किसान पंजीयन एवं सत्यापन की प्रक्रिया शुरू
इन्दौर। रबी उपार्जन वर्ष 2017-18 में गेहूं उपार्जन हेतु नये किसानों का पंजीयन एवं पूर्व पंजीकृत किसानों के रकबे में संशोधन का कार्य जिले के 48 खरीदी केन्द्रों पर किया जा रहा है। पंजीकृत किसानों के पंजीयन में उल्लेखित गेहूं के बोये गये रकबे का पटवारी द्वारा 10 प्रतिशत सत्यापन किया जाना है। पटवारी ग्रामीणों के समक्ष गेहूं के बोये गये रकबे के संबंध में सत्यापन पंचनामा बनाकर रकबे में संशोधन हेतु मय पंचनामा प्रतिवेदन तहसीलदार के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। पटवारी द्वारा प्रस्तुत सत्यापन पंचनामे का 10 प्रतिशत तहसीलदार द्वारा एवं 5 प्रतिशत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा फील्ड वेरिफिकेशन अनिवार्यता किये जाने का प्रावधान किया गया है। किसान पंजीयन डाटा का सत्यापन का कार्य 21 फरवरी 2017 तक नियमित रूप से किये जाने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। उपार्जन प्रक्रिया में सत्यापन एक महत्वपूर्ण गतिविधि है, जिसकी यदि सघन मॉनीटरिंग की जाये तो कई संभावित अनियमितताओं से बचा जा सकता है। किसानों द्वारा गेहूं के बोये गये पंजीकृत रकबे का 21 फरवरी 2017 तक मौके पर सत्यापन कराया जाये।
कलेक्टर श्री पी. नरहरि ने समय-सीमा में आवश्यक कार्यवाही करने हेतु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) इंदौर महू, सांवेर, देपालपुर, हातोद और राऊ को निर्देश दिये हैं।